अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर है। हालिया संघर्ष में 19 पाकिस्तानी सैनिक और तीन अफगान नागरिक मारे गए हैं। झड़पें खोस्त और पक्तिया प्रांतों में जारी हैं, जो पाकिस्तान की सीमा से सटे इलाके हैं। यह हिंसा पाकिस्तानी हवाई हमलों के बाद शुरू हुई, जिनमें 51 लोग मारे गए थे।
तनाव की शुरुआत
मंगलवार रात पाकिस्तान ने पक्तिका प्रांत में हवाई हमले किए थे, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 51 लोग मारे गए। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग आतंकी हमलों के लिए किया जा रहा है। इसके जवाब में अफगान सीमा बलों और तालिबान आर्मी ने पाकिस्तान पर जोरदार पलटवार किया।
क्या हुआ अब तक?
- तालिबान की जवाबी कार्रवाई:
- खोस्त प्रांत के अली शिर जिले में कई पाकिस्तानी सैन्य चौकियां जला दी गईं।
- पक्तिया प्रांत के डंड-ए-पतन जिले में दो चौकियों पर कब्जा कर लिया गया।
- नागरिक हताहत:
- पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दागे गए मोर्टार शेल से तीन अफगान नागरिकों की मौत हो गई।
- पाकिस्तानी सेना की स्थिति:
- संघर्ष में 19 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और कई घायल हुए।
विवाद की जड़
पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान पर यह आरोप लगाता रहा है कि तालिबान की सरकार आतंकवादी समूह टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) को पनाह दे रही है। टीटीपी पाकिस्तान में इस्लामी अमीरात स्थापित करने की कोशिश में जुटा है, जैसा तालिबान ने अफगानिस्तान में किया।
आतंकी हमलों में बढ़ोतरी
इस्लामाबाद स्थित सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों से मरने वालों की संख्या में 56% की बढ़ोतरी हुई है। अब तक 1,500 से अधिक लोग इन हमलों में मारे जा चुके हैं, जिनमें 500 सुरक्षा कर्मी शामिल हैं।
दुनिया की नजरें
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। लेकिन सीमा पर जारी संघर्ष से दक्षिण एशिया की स्थिरता को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। स्थिति पर नजर बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि यह टकराव किसी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकता है