उज्जैन। महाकाल मंदिर क्षेत्र के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण के तहत प्रशासन ने बेगमबाग कॉलोनी में बड़ी कार्रवाई करते हुए 230 से अधिक मकानों को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान धर्मस्थल तकिया मस्जिद को भी गिरा दिया गया। कार्रवाई के दौरान हल्के विरोध और पथराव की कोशिशें सामने आईं, लेकिन पुलिस ने स्थिति पर तुरंत काबू पा लिया।
अदालती आदेश के बाद कार्रवाई तेज
महाकाल मंदिर के समीप स्थित बेगमबाग कॉलोनी की जमीन को लेकर लंबे समय से कानूनी विवाद चल रहा था। हाल ही में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय और निचली अदालतों ने प्रशासन के पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई शुरू की।
प्रभावितों का विरोध, मुआवजे पर सवाल
प्रभावितों ने आरोप लगाया कि उन्हें मकान खाली करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया। रात को अचानक नोटिस थमाए गए, जिससे लोग बच्चों समेत खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। मुआवजा भी जरूरत के हिसाब से नाकाफी बताया जा रहा है।
महाकाल मंदिर क्षेत्र का सौंदर्यीकरण प्राथमिकता
जिला प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई महाकाल लोक के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत की जा रही है। कार्रवाई के लिए 6 जेसीबी, 6 पोकलेन, 50 से अधिक निगम कर्मचारी और 250 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए। तकिया मस्जिद के आसपास की कॉलोनी में कुल 257 मकानों पर कार्रवाई की जानी है, जिनमें से कुछ पर कानूनी विवाद के चलते कार्रवाई रोक दी गई है।
न्यायालय के आदेश के अनुसार मुआवजा दिया गया
प्रशासन के मुताबिक, प्रभावितों को नियमानुसार मुआवजा दिया गया है। हालांकि, जिन मामलों पर अदालत में सुनवाई जारी है, उन्हें फिलहाल मुआवजा नहीं मिला है।
प्रशासन की सतर्कता और विरोध के बावजूद कार्रवाई जारी
शनिवार को सुबह शुरू हुई यह कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है। कई लोग खुद प्रशासन का सहयोग कर मकान खाली कर रहे हैं। यह अभियान एक से दो दिन में पूरा होने की संभावना है।