छत्तीसगढ़ में आगामी नगरीय निकाय चुनावों के लिए आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस बार राज्य के 14 नगर निगमों में से 5 नगर निगमों में महापौर पद महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। इन नगर निगमों में राजधानी रायपुर भी शामिल है, जहां महापौर का पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया है।
छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव: आरक्षण प्रक्रिया रायपुर में संपन्न
आरक्षण प्रक्रिया रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में लॉटरी प्रणाली के माध्यम से पूरी की गई। हालांकि, इस बार केवल 10 नगर निगमों में ही चुनाव होंगे, लेकिन आरक्षण की प्रक्रिया सभी 14 नगर निगमों के लिए पूरी कर ली गई है।
नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में आरक्षण की स्थिति
राज्य की 54 नगर पालिकाओं में से 18 नगर पालिकाओं में अध्यक्ष पद महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। इनमें 4 सीटें ओबीसी, 3 एससी, 2 एसटी और 9 सीटें सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए तय की गई हैं। इसके अलावा 124 नगर पंचायतों में 26 सीटें ओबीसी, 16 सीटें एससी, 20 सीटें एसटी और 62 सीटें सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित की गई हैं। इनमें से 20 सीटें विशेष रूप से महिलाओं के लिए भी रखी गई हैं।
छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव: रायपुर को मिलेगी पहली महिला महापौर
राजधानी रायपुर में महापौर पद महिला के लिए आरक्षित किए जाने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि यदि पार्टी उन पर भरोसा जताती है, तो वह चुनाव जीतकर आएंगी। वहीं, रायपुर नगर निगम के पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने कहा कि पार्टी योग्य उम्मीदवार तय करेगी और सभी कार्यकर्ता उसके लिए काम करेंगे।
चुनाव तिथियों का इंतजार
आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब सभी को नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का इंतजार है। राज्य के अधिकांश निकायों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और वहां प्रशासकों की नियुक्ति की गई है। चुनावों के लिए तारीखों की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है।