भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में उसकी ओर से की गई किसी भी आतंकी कार्रवाई को सीधे तौर पर “युद्ध की घोषणा” माना जाएगा और उसका जवाब भी उसी स्तर पर दिया जाएगा। भारत सरकार के शीर्ष सूत्रों के हवाले से मिली इस जानकारी ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है। भारत ने साफ कर दिया है कि अब कोई भी आतंकी हरकत सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि एक “एक्ट ऑफ वॉर” मानी जाएगी। विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि पाकिस्तान ने भारत के एयरबेस सहित कई जगहों पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने उन्हें नाकाम कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। शनिवार को उन्होंने एक अहम बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, CDS जनरल अनिल चौहान, वायु सेना प्रमुख एपी सिंह, थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी शामिल हुए। यह बीते 24 घंटे में दूसरी बड़ी सुरक्षा बैठक थी। भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के ड्रोन हमलों और मिसाइल हमलों की हर कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। शनिवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज एयरबेस पर हमले की कोशिश की। मिसाइलों से स्वास्थ्य सुविधाओं और स्कूलों को भी निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान ने शुक्रवार रात 1:40 बजे पंजाब के वायुसेना ठिकानों पर हाई-स्पीड मिसाइलों से हमला किया। हालांकि भारतीय वायुसेना पूरी तरह सतर्क रही और सभी प्रमुख ठिकानों को सुरक्षित रखा गया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सिरसा और सूरतगढ़ एयर फोर्स स्टेशन की सुरक्षित स्थिति की तस्वीरें भी साझा कीं। भारत का यह रुख दर्शाता है कि अब आतंकी हमलों पर सिर्फ कूटनीतिक बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस सैन्य प्रतिक्रिया भी होगी।