राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। हत्या के बाद मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी अपने साथी आरोपियों आकाश, विशाल और आनंद के साथ इंदौर पहुंची और हीराबाग स्थित एक स्टूडियो अपार्टमेंट में रुकी। लेकिन सबसे हैरानी की बात यह रही कि इंदौर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
सूत्रों के अनुसार, आरोपी विशाल चौहान ने ब्रोकर शिलोम जेम्स के माध्यम से फ्लैट किराए पर लिया और बाकायदा ₹51,000 एडवांस देकर एग्रीमेंट किया। एग्रीमेंट के दौरान किराए को लेकर 500 रुपये पर मोलभाव भी हुआ। इसके बावजूद इंदौर पुलिस को इस पूरी गतिविधि की कोई जानकारी नहीं थी। बताया गया है कि मकान मालिक ने खुद पुलिस को फोन कर सोनम के ठहरने की जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई ऐक्शन नहीं लिया। वहीं जब मीडिया ने सवाल उठाए और शिलांग पुलिस ने पुष्टि की कि सोनम इंदौर में थी, तब भी इंदौर पुलिस ने चुप्पी साधे रखी। हत्या के बाद सोनम की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, मगर इंदौर पुलिस उसकी लोकेशन न तो ट्रेस कर सकी, न ही अपार्टमेंट की पहचान कर पाई। इस खुलासे के बाद इंदौर की खुफिया तंत्र और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
अब यह केस सिर्फ हत्या तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह इंदौर की सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की सतर्कता पर सीधा सवाल बन गया है। क्या लापरवाही की वजह से आरोपी बेधड़क शहर में आ-जा रहे हैं? पूरे मामले ने पुलिस की कार्यप्रणाली और खुफिया तंत्र की कमजोरी को उजागर कर दिया है। अब देखना यह होगा कि इस चूक पर कार्रवाई होती है या फिर मामला यूं ही दबा दिया जाएगा।