नई दिल्ली। घरों में आम तौर पर पाई जाने वाली पैरासिटामॉल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई है। दरअसल इंडियन ड्रग्स रेग्युलेटर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने क्वालिटी चेकिंग में पाया कि 50 से अधिक ऐसी दवाएं है, जो स्टैंडर्ड क्वालिटी के हिसाब से नहीं है। इन दवाइयों की लिस्ट CDSCO ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की है। इससे पहले भी जून में भी ऐसी ही लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें भी पैरासिटामॉल समेत 52 दवाओं का नाम था।
CSDSO की नई लिस्ट के अनुसार, विटामिन-C और D3 की गोलियां शेल्कल, विटामिन B कॉम्प्लेक्स और विटामिन C सॉफ्टजेल शामिल है। साथ ही एंटीएसिड पैन-डी दवा, पैरासिटामोल की IP 500MG टैबलेट, शुगर की ग्लिमेपिराइड दवा और बीपी की दवा टेल्मिसर्टन क्वालिटी टेस्ट पास नहीं कर पाई हैं। सीडीएससीओ ने इन दवाओं को नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी (NSQ) अलर्ट के तौर पर घोषित किया है।
वहीं कोलकाता की एक दवा-परीक्षण प्रयोगशाला ने एल्केम हेल्थ साइंस की एंटीबायोटिक्स क्लैवम 625 और पैन डी को नकली माना है। इसी प्रयोगशाला ने हैदराबाद स्थित हेटेरो के सेपोडेम एक्सपी 50 ड्राई सस्पेंशन की पहचान की है, जो गंभीर जीवाणु संक्रमण वाले बच्चों के लिए निर्धारित है, इसे घटिया बताया है।