नई दिल्ली। Money Power Politics : पैसों और पावर की पॉलिटिक्स आज पूरे देश को भीतर से खोकला बना रही है। अब मतदान अधिकार भी खरीदा जा। चुनाव आयोग ने सोमवार को बड़ी जानकारी दी। बताया कि पांच चुनावी राज्यों में 1,760 करोड़ रुपए से अधिक की मादक पदार्थ, नगदी, शराब और कीमती सामान जब्त की जा चुकी है।
निर्वाचन आयोग ने सोमवार को जानकारी दी और दावा किया कि यह सभी चीजें मतदाताओं को लुभाने के लिए थीं। आयोग ने बताया कि 9 अक्टूबर को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से अब तक की गई जब्ती इन राज्यों में 2018 में पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान की गई जब्ती से सात गुना (239.15 करोड़ रुपये) से अधिक है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुके हैं, जबकि राजस्थान में 25 और तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होंगे। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया, पांच राज्यों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते समय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी उम्मीदवारों और दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के मद्देनजर प्रलोभन मुक्त चुनाव पर जोर दिया था।
चुनाव आयोग के अनुसार, मिजोरम में कोई नकदी या कीमती चीजें जब्त नहीं की गई, लेकिन अधिकारियों ने 29.82 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ बरामद किये. चुनाव आयोग ने विभिन्न सेवाओं के 228 अधिकारियों को व्यय पर्यवेक्षकों के रूप में तैनात किया है। कड़ी निगरानी के लिए 194 विधानसभा क्षेत्रों को ‘‘व्यय संवेदनशील’’ सीटों के रूप में चिह्नित किया गया था। आयोग का मानना है कि जब्ती का यह आकड़ा बढ़ सकता है।
इस बार आयोग ने इलेक्शन एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सिस्टम (ईएसएमएस) के माध्यम से निगरानी प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी को भी शामिल किया है, जो बहुत सहायक साबित हो रहा है, क्योंकि यह बेहतर समन्वय और खुफिया जानकारी साझा करने के लिए केंद्र और राज्य प्रवर्तन एजेंसियों की एक विस्तृत श्रृंखला को एक साथ जोड़ता है।
छत्तीसगढ़ में कैश, शराब सहित अब तक करीब 77 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है। इसमें करीब 21 करोड़ कैश और सवा दो करोड़ की शराब शामिल है। इसके साथ ही प्रदेश में साढ़े चार करोड़ रुपये से अधिक की अन्य मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। वोटरों को लुभाने के लिए बांटी जाने वाली सामग्री जिसमें साड़ी सहित अन्य वस्तुएं शामिल हैं की भी बड़े पैमाने पर जब्ती हुई है। पांच चुनावी राज्यों में सबसे ज्यादा जब्ती लेतंगाना में हुई है। वहां 225 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया है।