रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानन्द स्कूल का नाम बदलने पर सियासत गरमाई हुई है। वहीं भाजपा के दिग्गज नेता और दुर्ग लोकसभा प्रत्याशी विजय बघेल ने पूर्व CM भूपेश बघेल के स्वामी आत्मानन्द स्कूल के नाम बदलने वाले आरोप पर करारा पलटवार किया है। विजय बघेल ने कहा कि पूर्व CM बघेल बिना सोचे समझे आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा सरकार साधु संतो का अपमान कर रही है, पूर्व CM का ये आरोप झूठ है। फर्जी आदमी हमेशा फर्जी बात करते हैं। स्वामी आत्मानंद जी के नाम को कहीं भी विलुप्त नहीं किया जा रहा है, हमारी ऐसी कोई भी मंशा नहीं है।
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विजय बघेल ने आगे कहा कि अपमान तो उन्होंने किया है। स्वामी आत्मानंद के नाम से विद्यालय खोल दिए, लेकिन व्यवस्था क्या थी। एक रुपया बजट में प्रावधान नहीं। आज भी डीएमएफ फंड से शिक्षकों को तनख्वाह दी जाती है। भर्ती नहीं हुई. पुराने शिक्षकों से व्यवस्था चलाई जा रही थी। सारे रंग-रोगन डीएमएफ फंड से होता था। यह आरोप हमने पहले भी लगाया था। और आज भूपेश बघेल सबसे बड़े हितैषी बन गए।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की योजना स्वामी आत्मानंद स्कूलों को पीएम श्री योजना में समाहित करने की है, ताकि केंद्र की राशि का सदुपयोग वहां भी हो सके, और एक अच्छी व्यवस्था बच्चों को और प्राध्यापकों को मिल सके। पूर्व चयनित 211 स्कूलों के अलावा दूसरे चरण में 500 से अधिक स्कूलों का चयन किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए बजट में 27 हजार रुपए से अधिक का आवंटन 2024 से पांच साल की अवधि के लिए किया है।