रायपुर : live खबर की खबर का बड़ा असर हुआ है. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने अश्लील दरिंदे के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं. हालांकि अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या PHe विभाग इस मामले को गंभीरता से लेता है या फिर जाँच के नाम पर खानापूर्ति करके दरिंदे को क्लीनचिट दे दी जाएगी.
बता दें कि live खबर ने मानवीय दृष्टिकोण को देखते हुए प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया था. वहीं अब जब जाँच के आदेश दे दिए गए हैं तो जाँच अधिकारियों का ये दायित्व बनता है कि वे इस पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच कर दोषी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें. Cm साय के सुशासन में दरिंदे के खिलाफ कड़ा एक्शन होना चाहिए.
जानिए पूरा मामला?
ज्ञात हो कि रायपुर के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में अनुरेखक के पद पर पदस्थ कर्मचारी सुरेंद्र त्रिपाठी का मानवता को शर्मसार कर देने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया था. चौकाने वाली बात ये है कि ये हैवान कर्मचारी मजबूर महिलाओं को अनुकम्पा नियुक्ति के एवज में अपना शिकार बनाता था. अनुकम्पा नियुक्ति के लिए भटक रही महिलाओं को पहले तो अपने जाल में फंसाता और फिर नियुक्ति के नाम पर उनका जमकर शोषण करता.
लेकिन वो कहावत हैं न कि ऊपर वाले के घर में देर है अंधेर नहीं…और इसी कहावत की तर्ज पर दरिंदे का भांडा फूट पड़ा. फिर क्या था, इस पूरे मामले का एक वीडियो सामने आ गया. जो इन दिनों सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह शराब के नशे में मदहोश कर्मचारी किसी महिला के घर में रंगरेलियां मनाते हुए धर दबोचा गया. आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए कर्मचारी ने सारी हदें पार कर दी. यहीं नहीं महिला के परिजनों के वीडियो बनाने पर वह कर्मचारी लगातार गाली गलौज और धमकी चमकी देता रहा.
रसूख का धौन्स दिखाकर कर्मचारी सबको देख लेने की चेतावनी देने लगा. आपको बता दें कि कर्मचारी सुरेंद्र त्रिपाठी की ये करतूत कोई नई नहीं है, बल्कि इससे पहले भी ऐसे मामलों में उनकी शिकायत हो चुकी हैं. यही नहीं स्टाफ के साथ बत्तमीजी, गाली गलौज उसकी आदत में शुमार है. बताया तो ये भी जाता है कि कर्मचारी सुरेंद्र हर दिन ऑफिस में ही महफिल जमाकर जमकर जाम छलकाता है. अब ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर CM विष्णुदेव के सुशासन में ऐसे दरिंदे कर्मचारी पर क्या गाज गिरती है?