छत्तीसगढ़ विधानसभा में स्वास्थ विभाग से जुड़ी कैग रिपोर्ट पेश, पाई गई कई अनिमितताएं
July 26, 2024 | by Nitesh Sharma

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज स्वास्थ विभाग से जुड़ी कैग की रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रखी गई। इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग में गंभीर खामियों पर सवाल उठे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार 2016 से 2022 के बीच, सीजीएमएससी ने 3753 करोड़ रुपये की दवा, उपकरण और अन्य समान खरीदे हैं। इसमें भारी अनियमितताएँ पाई गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार मेडिकल सामानों की सेंट्रल एजेंसी होने के बावजूद, 27 से 56 फीसदी खरीदी लोकल पर्चेज के माध्यम से की गई हैं। वहीं जरूरत के अनुसार क्रय नियमावली तैयार नहीं की जा सकी।
रिपोर्ट के अनुसार 278 निविदाएं CGMSC की ओर से निकाली गई। इनमें से 165 टेंडर दो-दो साल तक फाइनल नहीं किए जा सके। इससे वक्त पर सप्लाई नहीं हुआ, और महंगे दाम पर लोकल पर्चेज करना पड़ा। ऑडिट रिपोर्ट ने स्वास्थ विभाग में गंभीर खामियों को उजागर किया।
जानिए रिपोर्ट में निहित निम्न बिंदु-
- 23 जिला अस्पतालों में 33 प्रतिशत विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी है.
- पैरामेडिकल स्टाफ 13 प्रतिशत तक कम.
- सीएचसी की हालत और खराब हैं. यहां 72 प्रतिशत स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी.
- 32 प्रतिशत नर्स और 36 प्रतिशत पैरामेडिकल स्टाफ की है कमी.
- राज्य के कई सरकारी मेडकिल कॉलेजों में एक भी स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं.
- जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में कैंसर यूनिट नहीं हो सके शुरू.
- उसी तरह राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं होने के चलते हृदयरोग विज्ञान, वृक्क और तंत्रिका विज्ञान विभाग का ओपीडी नहीं हो सका शुरू.
- 33 करोड़ रुपये से ज्यादा की दवाएँ कालातीत हो गईं.
- शासकीय मेडिकल कॉलेज में सीटें नहीं भर पाई.
- क़रीब 50 करोड़ के मेडिकल उपकरण अनुपयोगी पड़े रहे.
- 24 करोड़ की दवाएँ ब्लैक लिस्टेड कंपनियों से ख़रीदी गई.
- कोविड के दौरान बिना अनुशंसा 23 करोड़ रुपये की दवाएँ ख़रीदी गई.
- 838 स्वास्थ्य संस्थानों के पास अपना भवन नहीं.
- 42 सीएचसी में ब्लड बैंक नहीं.
- प्रति हजार दो बिस्तर की जगह सिर्फ़ 1.13 बिस्तर की उपलब्धता मिली.
RELATED POSTS
View all