GAMING APP किस्मत चमकने की अजीबोगरीब मामला सामने आया है. एक व्यक्ति सोने के पहले होमगॉर्ड था। और देर जगा तो करोड़पति बन गया था. दरसल दरअसल पूरा मामला गेमिंग ऍप से जुड़ा हुआ है.
इन दिनों लोगों ipl के क्रेजी हैं जो 31 मार्च से शुरू हो गया है. जैसे ही आईपीएल 16 की शुरुआत हुई, क्रिकेट प्रेमियों के लिए त्यौहार की शुरुआत हो गई. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रहने वाले विवेकानंद सिंह के लिए तो आईपीएल का यह संस्करण कभी न भूलने वाला यादगार हो गया है.होमगॉर्ड के पद पर कार्य कर विवेकानंद रातों रात करोड़पति बन गया.साथ ही वह लग्जरी कार का मालिक भी बना गया.
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आपको बता दें आईपीएल शुरु होते ही ऑनलाइन गेमिंग एप्स भी सक्रिय हो जाते हैं. अपने पसंदीदा खिलाड़ियों द्वारा इन एप्स का प्रचार करते देख सभी लोगों को इन एप्स पर भरोसा हो जाता है. इन ऐप के ज़रिए घर पर बैठे दर्शक मैच का तो लुफ्त उठाते हैं. साथ ही अपने लिए एक टीम बना लेते हैं.एक से अधिक व 20 टीम तक बना सकता है.
सबसे ज्यादा प्रचलन वाला कॉन्टेस्ट 49 रुपए में विनिंग अमाउंट 2 करोड़ रुपए तक होता है और 30 रुपये में 1 करोड़ तक मिलता है. यदि प्रतिभागी की चुनी गई टीम बेहतर प्रदर्शन करती है और वह अपने चुने हुए पूल में टॉप पोजीशन पर होता है, तो उसे उस टॉप पोजीशन की तय की गई धनराशि उपहार स्वरूप दी जाती है.
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अब बात करें गोरखपुर सिकरीगंज थाने में तैनात डायल-112 चलाने वाले ड्राइवर विवेकानंद सिंह की, तो वह गेमिंग ऐप से कुछ महीने पहले ही रूबरू हुए थे. वह भी उन्हें उनके घर के आसपास रहने वाले कुछ छोटे-छोटे बच्चों ने सिखाया था. उन्हीं बच्चों ने सिखाया था कि कैसे ऐप में टीम भी बनाई जाती है? फिर क्या वह पिछले 2 महीने से लगातार इन गेमिंग एप पर टीम बनाने लगे थे.
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विवेकानंद सिंह ₹49 से लेकर ₹150 तक अधिक से अधिक पैसा लगाते थे. इससे अधिक उन्होंने कभी लालच नहीं दिखाया, लेकिन निरंतरता कायम रखी. ऐसा वह कुछ महीने से लगातार करते आ रहे थे. इस क्रम में उनके कुछ महीनों में 7 से ₹8000 डूब चुके थे. लेकिन जब उनकी किस्मत में करोड़पति बनना लिखा था, तो इसको कौन काट सकता था. वह गंवाए हुए इन रुपयों की परवाह ना करते हुए निरंतर टीम बनाते रहे. ऐसा ही कुछ सोमवार की रात चेन्नई और लखनऊ के बीच होने वाले मैच में भी हुआ.