मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जहां नौसेना की एक मोटर बोट यात्री जहाज ‘नीलकमल’ से टकराने के बाद पलट गई। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 3 नौसैनिक भी शामिल हैं। अब तक 101 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें नौसेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे के बाद तेज बचाव अभियान
नौसेना, तटरक्षक बल, और मरीन पुलिस ने संयुक्त रूप से तेजी से बचाव अभियान शुरू किया। नौसेना की 11 नावें, समुद्री पुलिस की 3 नावें, तटरक्षक बल की 1 नाव और 4 हेलीकॉप्टर राहत कार्य में लगे हुए हैं। गोताखोरों को भी बचाव कार्य में लगाया गया है। मौके पर एंबुलेंस तैनात हैं और यात्रियों को लाइफ जैकेट पहनाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
हादसे की वजह और घटनाक्रम
हादसे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दोपहर करीब 3:55 बजे मुंबई बंदरगाह में इंजन परीक्षण के दौरान नौसेना की मोटर बोट का नियंत्रण खो गया, जिसके बाद वह ‘नीलकमल’ जहाज से टकराई। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोगों को बचने के लिए चिल्लाते और अपनी जान बचाने की कोशिश करते देखा जा सकता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से ₹5 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस हादसे की जांच पुलिस और नौसेना द्वारा की जाएगी।
स्थिति पर नजर
संयुक्त अभियान कमान (जेओसी) और बीएमसी के अनुसार, हादसे के दौरान ‘नीलकमल’ नाव अचानक असंतुलित होकर करंजा के उरण के पास पलट गई। प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया है।
इस हादसे ने समुद्री सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और प्रशासन ने घटना की गहन जांच का आश्वासन दिया है।