रायपुर। छत्तीसगढ़ में नशे के सौदागरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की हां रही है। सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश के बाद मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है। महासमुंद पुलिस ने आज 5 आरोपियों को गांजे की बड़ी खेप के साथ दबोचा है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 45 किलों गांजा जब्त किया है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि ओडिशा से अवैध रूप से गांजा जैसे मादक पदार्थ यहां लाया गया है। जिसके बाद पुलिस ने रेड मरकर मौके पर संदिग्धों से पूछताछ की इस दौरान वहां मौजूद दोनों लोगों ने अपना नाम जी0 सरोजनी और पिन्तू कुमार साहनीं बताया।
इनके द्वारा कार की डिक्की में एक पान मसाला के थैले में 3.7 किलो गांजा रखा हुआ था और एक फॉक्सवैगन कार की डिक्की में एक बड़ा थैला में 3.8 किलो गांजा बरामद की है। पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों के पास से 46 किलो गांजा,दो चार पहिया वाहन, एक मोटर साइकिल वाहन और मोबाइल फोन जब्त की है। जिसकी अनुमानित कीमत 17.5 लाख बताई जा रही है। पुलिस ने इस मामले में फारवर्ड लिंक और बैंकवर्ड लिंक स्थापित कर आरोपियों की पतासाजी में जुट गई है। पकड़े गए आरोपियों में जी सरोजनी निवासी बालाजी नगर खुर्सीपार,पिंतू साहनी निवासी भिलाई,अजय साहनी निवासी बड़वानी एमपी,अजय प्रसाद निवासी देवरिया यूपी और ऐबी साहनी निवासी देवरिया यूपी शामिल है।
पूछताछ में पिन्तू कुमार साहनी ने बताया कि वह ओडिशा के किसी व्यक्ति से गांजा खरीदता है। एक ट्रीप का 06 लाख रूपया देना बताये । ऐ0बी0 साहनी और अजय साहनी स्कोडा कार क्रमांक सीजी 04 केपी 4604 ओडिशा से विभिन्न नम्बर प्लेट बदलकर गाडी चलवाते थे। ऐ0बी0 साहनी और अजय साहनी 03 किलो 370 ग्राम गांजा एवं 02 नग मोबाईल फोन जब्त किया गया। आरोपियो को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है। दुर्ग जिले में पहली बार गांजा का ’’फार्वड लिंक’’ एवं ’’बैकवर्ड लिंक’’ स्थापित कर आरोपियो को गिरफ्तार किया गया।