रायपुर। BJP Vs Congress : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ अन्य शीर्ष नेताओं के दौरे देखने को नजर आए। वहीं अन्य प्रदेशों के विधायकों के आने का सिलसिला जारी है। वहीं राजनैतिक पार्टियों के आरोप-प्रत्यारोप तेज हो चुकें हैं।
इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और वर्त्तमान दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने भूपेश सरकार की गोठान योजना में 1300 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है।
वहीं इसके जवाब में कांग्रेस ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए, भाजपा के शासनकाल में 1600 करोड़ के घोटाले हुए हैं, ऐसे में उन्हें आरोप लगाने का कोई हक नहीं हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर 1300 करोड़ रुपए का गौठान घोटाले का आरोप लगाया। बृजमोहन ने कहा कि अगर भाजपा के शासन काल में गौशालाओं व गौठानों से संबंधित किसी भी प्रकार के भ्रस्टाचार हुए हैं तो सरकार कार्यवाही क्यों नहीं कर रही हैं। भूपेश सरकार में अगर मर्दानगी है तो उसे दिखानी चाहिए और भाजपा के दो चार नेताओं पर कार्यवाही करनी चाहिए।
गौठान योजना कह रही भ्रस्टाचार और नाकामी की कहानी : बृजमोहन
BJP Vs Congress : बृजमोहन अग्रवाल ने इस दौरान कांग्रेस (CG Congress) पर जमकर धावा बोला हैं। विधायक बृजमोहन ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जिस जोर-शोर के साथ गौठान योजना का प्रचार- प्रसार कर गौठान के छत्तीसगढ़ मॉडल को पेश किया था । वह भ्रष्टाचार और नाकामी की कहानी कह रही है। ये आरोप नहीं सच्चाई है, जो हाल ही में सरकार ने मानसून सत्र में एक सवाल के लिखित जवाब में स्वीकारी है।
पंचायत एवं ग्रामीण मंत्री द्वारा विधानसभा में दिए गए जवाब की जानकारी पूर्व मंत्री बृजमोहन ने दी हैं। अग्रवाल ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार कैसे गौठान योजना को सफल मॉडल के रूप में पेश कर रही है, जबकि जमीनी हकीकत इसके उलट है। सड़कों पर मवेशी बदस्तूर बैठे हुए हैं जिसके कारण शहर के अंदर और हाईवे पर वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।
बृजमोहन ने आगे कहा, सरकार खुद स्वीकार कर चुकी है कि प्रदेश में गौठान योजना पर कुल 1334.65 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, जबकि लावारिस गायों की संख्या मात्र 3380 है। जिसका सीधा मतलब यह है कि प्रति गाय 39.80 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। लावारिस गायों की संख्या मात्र 6 जिलों की है जहां गौठानों का निर्माण किया गया है। सबसे दिलचस्प पहलू है कि प्रदेश में 9,303 चरवाहे हैं, यानि हर गाय पर 3 चरवाहे।
रोका छेका अभियान भी फेल
BJP Vs Congress : विधायक अग्रवाल ने सीधा सवाल करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश (CM Bhupesh Baghel) से पूछा, आपका रोका छेका अभियान (CG Roka Chheka Abhiyan), जिसके प्रचार पर ही लाखों का विज्ञापन दिया जा रहा है। रोका-छेका अभियान मवेशियों के लिए है या वाहन चालकों के लिए, जो हर दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़कों पर मवेशियों की मौजूदगी राजमार्ग के द्रुतगति और समय की बचत के उद्देश्य को धूमिल कर रही है।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि 10,240 गौठान समितियों का गठन गायों के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के प्रतिस्थापन के लिए बनायी गयी है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर कब सड़कों से मवेशी हटेंगें और गौठानों के नाम पर हो रहा भारी-भरकम भ्रष्टाचार सब थमेगा।
कांग्रेस ने किया पलटवार
BJP Vs Congress : वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल इतने नासमझ है कि उन्हें अपने कुकर्म दिखाई ही नहीं देते। वे जब मन करे तब भूपेश सरकार पर घोटाले का आरोप लगा देते हैं। जबकि उनके शासन काल में जमकर घोटालेबाजी हुई हैं।
पहले उन्हें अपने गिरेबान में झाकना चाहिए और फिर कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाना चाहिए। जिनके शासन काल में खुद 1600 करोड़ का घोटाला हुआ हैं उन्हें आरोप लगाने का जरा भी हक नहीं हैं। यह बात आज प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने प्रेस वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के भाजपा के नेता बार-बार राज्य पर अहसान जता रहे है कि राज्य केंद्र के सहयोग पर चल रहा है। आज भी पत्रकार वार्ता में भाजपा ने केंद्रीय सहायता पर अहसान जताया है। जबकि हकीकत है केंद्र, राज्य को देता कम है, राज्य से वसूलता ज्यादा है। छत्तीसगढ़ से केन्द्र को विभिन्न मदो से सेन्ट्रल, जीएसटी, इनकम टैक्स, पेट्रोलियम पदार्थों पर सेन्ट्रल एक्साईज, कोल वनन, आयरन और बाक्साईट टिन के खनन से तथा रेल भाड़ा से पिछले पांच वर्षों में 461908.66 करोड़ रु. वसूला है।
इन पांच वर्षों में राज्य के हिस्से में 192190.76 करोड़ रु. मिला। वसूली गयी राशि से 269717.93 कम मिला। इसमें भी विभिन्न मदों में केन्द्र राज्य के हिस्से का 55000 हजार करोड़ रू. अभी तक नहीं दिया है। कुल राशि राज्य को मात्र 137190.76 करोड़ ही मिली है। जितना केंद्र से मिला है उससे ज्यादा 1.70 लाख करोड़ तो कांग्रेस सरकार ने अकेले किसानों के ऊपर खर्च किया है।
केंद्र ने दिया छत्तीसगढ़ से कुल वसूली का 29.7 प्रतिशत ही दिया
उन्होंने आगे कहा कि विगत 5 वर्षों में केन्द्र से छत्तीसगढ़ को औसतन हर साल मिले मात्र 27438 करोड़ और छत्तीसगढ़ से केन्द्र द्वारा वसूली औसत हर साल 92382 करोड़ अर्थात छत्तीसगढ़ से कुल वसूली का 29.7 प्रतिशत ही छत्तीसगढ़ को मिला है। विगत 5 वर्षों में छत्तीसगढ़ से केन्द्र द्वारा कुल वसूली का 70.3 प्रतिशत केन्द्र की मोदी सरकार के पास।
छत्तीसगढ़ उत्पादक राज्य है स्टील सीमेंट के उत्पादन में अग्रणी होनेके साथ ही कोयला, बॉक्साइट, आयरनओर और टीन के खनन में भी अग्रणी राज्य जीएसटी लागू होने से उत्पादक राज्यों को होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति 30 जून 2022 से बंद कर दी गई है लेकिन केंद्र की मोदी सरकार जीएसटी क्षतिपूर्ति के लिए लगाए जाने वाला है जीएसटी क्षतिपूर्ति उपकर 31 मार्च 2026 तक वसूलेगी। अर्थात वसूली मार्च 2026 तक जारी रहेगी लेकिन देनदारी 30 जून 2022 से बंद है?