महेन्द्र कुमार साहू। CG Election 2023 : पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। जिसके लिए आज से प्रदेश में चुनावी शोरगुल खत्म हो जाएगा। और प्रत्याशी डोर-डोर ही प्रचार कर पाएंगे। ऐसे में प्रदेश में कई राजनीतिक समीरण बनते बिगड़ते दिख रहे हैं। प्रदेश में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं। जिसमें से 20 सीटों में पहले चरण में मतदान हो चुका है। दूसरे चरण में 70 सीटों में मतदान होने हैं।
आपको बता दें कि 70 सीटों में कई ऐसी सीटें हैं, जहां एकतरफा चुनाव हो रहा है। तो कई जगहें ऐसी है, जहां कांटे की टक्कर मानी जा रही है। वहीं कई ऐसी जगहें भी जहां त्रिकोणीय समीकरण बनते दिख रहे हैं। ऐसे में खबरों की मानें तो प्रदेश में कांग्रेस की बढ़त बरकार है। बावजूद भूपेश बघेल की चिंता पाटन में बनी हुई है।
प्रदेश के लिए सबसे ज्यादा रोचक अगर कहीं का चुनाव होने जा रहा है तो वह पाटन का चुनाव है। सभी की निगाहें पाटन पर टिकी हुई है। यहां चाचा-भतीजा मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी से विजय बघेल को प्रत्याशी बनाया गया है। जो सांसद होने के साथ-साथ भूपेश बघेल के भतीजे भी हैं। वहीं भाजपा के घोषणा पत्र समिति के संयोजक हैं।
पाटन विधानसभा क्षेत्र के लगभग दर्जनभर गांवों में हमारी टीम प्रतिदिन जनता की राय जानने का प्रयास कर रही है। जहां जनता का मूड चौकाने वाले दिख रहे हैं। इस कड़ी में हमारी टीम मंगलवार को पाटन, फुण्डा, जामगांव, देवादा, औरी, घुघुवा, धौढ़, गोड़-पेण्ड्री, पंदर और बेंदरी पहुंची। जहां के आम लोगों से हमने जानने का प्रयास किया कि, आखिर किसे अपना मत देकर ताज पहनाने वाले हैं?
इस पर लगभग 80 फीसदी लोगों ने बदलाव की बात कही है। वहीं क्षेत्र में विकास नहीं होने का हवाला दिया है। तो कुछ लोगों का मानना हैकि सरकार बनते ही सब भूल जाते हैं। पाटन विधानसभा क्षेत्र के अंदर के गांवों में आज जीवन-यापन बद से बदतर है।
कुछ ग्रामीण का मानना है कि विकास की सभी योजनाओं में भ्रष्टाचारी घर कर गये हैं। आम लोगों को कुछ नहीं मिल रहा है। ऐसे में बदलाव आवश्यक है।
पाटन विधानसभा में लगभग 200 से अधिक गांव आते हैं। जो राजधानी रायपुर से सटा हुआ है। और दुर्ग जिला का हिस्सा है। ऐसे में पाटन में कांग्रेस की स्थिति खराब होना सरकार बनाने में चिंताजनक स्थिति हो सकती है।