रायपुर। CG Elections 2023 : छत्तीसगढ़ में कल यानी 17 नवंबर एक विशेष दिन है। लोग कल अपने मतधिकर का उपयोग करेंगे। सुबह 7 बजे से दूसरे चरण का मतदान शुरू हो जाएगा। चुनाव प्रचार थमने के बाद प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार कर रहे है। इस बार के विधानसभा चुनाव में रायपुर की चारों सीटों में अलग अलग मुद्दे हावी रहे हैं।
रायपुर दक्षिण में सेठ वर्सेस महंत की लड़ाई में कांग्रेस पार्षदों ने पूरी ताकत झोंक दी है। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर इस विधानसभा के चुनाव को ढेबर बंधुओं को ठेके पर देने का आरोप लगाया है।
इसी प्रकार रायपुर उत्तर में बाहरी और स्थानीय का मुद्दा गरमाया रहा। यहां पर कांग्रेस के बागी प्रत्याशी अजीत कुकरेजा के निर्दलीय चुनाव लड़ने से कांग्रेस को फायदा होगा या नुकसान यह कह पाना मुश्किल है है क्योंकि अजीत कुकरेजा एक आरे जहां कांग्रेस के वोट काटते दिख रहें हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के परंपरागत सिंधी वोटों पर सेंध मार रहे हैं ।
रायपुर पश्चिम में सक्रियता और विकास का मुद्दा हावी
रायपुर पश्चिम में सक्रियता और विकास का मुद्दा हावी रहा । कांग्रेस के प्रत्याशी विकास उपाध्याय जहां अपने आप को जनता से जुड़ा हुआ मानकर जीत का दावा कर रहे हैं तो वहीं राजेश मूणत का कहना है कि उनके क्षेत्र की जनता विकास चाहती है जो उनके पिछले कार्यकाल के बाद नहीं हुआ । अब तक स्थिति को देखते हुए ये कहा जा सकता उत्तर में कांटे की टक्कर है।
रायपुर ग्रामीण में जातिवाद व सक्रियता
रायपुर ग्रामीण में भाजपा के मोतीलाल साहू के जातिवाद पर कांग्रेस के सत्य नारायण शर्मा और पंकज शर्मा का चुनावी मैनेजमेंट के भारी पड़ने की संभावना दिख रही है । हालाकि यहां पर कांग्रेस पर वंशवाद का आरोप लग रहा है, ऐसे में देखना होगा कि यहां वंशवाद हावी होता है या जातिवाद।
वहीं उत्तर, दक्षिण और पश्चिम में भाजपा को जीत की उम्मीद है । इधर चुनाव प्रचार थमने के बाद रायपुर के चारों विधानसभा के प्रत्याशी कल शाम 5 बजे से डोर टू डोर संपर्क कर रहे हैं । वही बूथ मैनेजमेंट को लेकर बैठकर भी की। चारों प्रत्याशियों ने अपने कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर अपने-अपने पक्ष में अधिक से अधिक वोटिंग करवाने की अपील की ।