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CG News : किसानों में मायूसी! नहीं मिल रहा 21 क्विंटल धान खरीदी का लाभ

December 16, 2023 | by livekhabar24x7.com

सूरजपुर। CG News : छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हुए एक महीना बीत जाने के बाद भी सूरजपुर के किसान नई सरकार बनने का इंतजार कर रहे थे ताकी उन्हें ज्यादा धान बेचने का मौका मिले। अब छत्तीसगढ़ में नई सरकार भी बन गई और भाजपा के विष्णु देव साय मुख्यमंत्री भी बन गए है जिसके बाद किसान उत्साह के साथ धान खरीदी केंद पहुच रहे लेकिन वहां प्रति एकड़ 15 क्विंटल ही धान खरीदी की जा रही है जबकि भाजपा ने 21 क्विंटल धान खरीदी की बात कही थी। धान खरीदी केंद्र द्वारा कम धान खरीदने से किसानों में मायूसी नजर आ रही हैं।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने किसानों के ऊपर फोकस किया था। और भाजपा ने अपनी घोषणा पत्र में किसानों से प्रीति एकड़ 21 क्विंटल धान और 3100 धान का पैसा देने का वादा किया था और भाजपा ने अभी तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करते हुए छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार बना ली भाजपा के सरकार बनने के बाद यहां के किसानों को लगा कि अब हमारा धान प्रीति एकड़ 21 क्विंटल के दर से बिकेगा लेकिन धान खरीदी केंद्र में किसानों का धान 15 क्विंटल ही लिया जा रहा है जिससे किसान काफी मायूस हैं। उनका कहना है कि हमसे कहा गया था कि अब छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार बनेगी और किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है पर अभी तक किसी प्रकार की राहत नही मिला है। हम अपना धान बेच रहे हैं ऐसे में सरकार का वादा कहां पूरा होता नजर आ रहा है।

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वहीं जिले के अधिकारी और प्रबंधक का कहना है कि अभी हम 15 कुंतल ही खरीद रहे हैं। 21 कुंतल तक का खरीदने का है पर उसके लिए भी पहले पटवारी और अधिकारियों से सत्यापन करना होगा और अभी तक 21 क्विंटल खरीदी का कोई आदेश हमें नहीं मिला है।

इस सम्बन्ध में जिला खाद्य अधिकारी का कहना है कि इस बार सरकार ने किसानों ने एक एक दाना दान को खरीदने की बात कही है तो हम भी ऐसा ही करेंगे।

वहीं विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा कभी भी किशान हितैसी नही रही है। बस जुमले बाजी करके और किसानों को धोखा देकर छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार बनाई है। अगर भाजपा इतनी ही किसान हितैसी होती तो अपनी पहले कैबिनेट में ही हमारे सरकार की तरह किसानों के हक में फैसला लेती

धान खरीदी केंद्रों द्वारा कम धान खरीरदने से सरकार के किये हुए वादे पुरे होने नजर नहीं आ रहे हैं। जिससे किशान अपने को ठगा महसूर कर रहे हैं। किसानों को लगा था कि एक महीना इंतजार कर लेने से मेहनत का उचित फल मिलेगा जो अभी तक साकार होता नाजर नहीं आ रहा है। अब देखना होगा कि भाजपा की सरकार अपनी बातों को कब पूरा करती है और इन किसानों को इनका हक कब तक मिल पाता है।

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