कांकेर। CG News : जिले से बड़ी खबर सामने आई है। जहां मदनवाड़ा में हुए नक्सली हमले में शामिल एक डिप्टी कमांडर ने सरेंडर किया है। सूत्रों के मुताबिक, ये नक्सली इसके अलावा एक बड़ी नक्सली घटना में भी शामिल था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सरेंडर करने वाले नक्सली का नाम सन्नू मंडावी बताया जा रहा है।
सरेंडर करने वाले नक्सली पर तीन लाख रुपये का इनाम था। वो मदनवाड़ा में हुए एसपी हत्याकांड सहित 45 जवानों की शहादत में शामिल रहा था। सन्नू मंडावी परतापुर इलाके में सक्रिय था और अपने साथ इंसास व एसएलआर रायफल रखकर चलता था। सरेंडर के बाद सन्नू मंडावी ने बताया कि, वह नक्सली संगठन में काफी परेशान हो गया था। इसके बाद उसे छोड़कर घर आ गया। वहां उसके साथी परेशान करने लगे तो तंग आकर सरेंडर कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ की कई बड़ी नक्सल घटनाओं में शामिल ये नक्सली डिप्टी कमांडर सन्नू मंडावी ने कांकेर जिले के अंतागढ़ में BSF की 135 Bn में DIG HP SINGH के समक्ष सरेंडर किया है और इसपर 3 लाख रूपए का ईनाम घोषित था। सन्नू मंडावी नक्सली संगठन के मिलिट्री प्लाटून नंबर 5 के सेक्शन ए का डिप्टी कमांडर था।
सन्नू मंडावी ने बताया कि, साल 2005 में सलवा जुड़ूम के दौरान उसके घर में आग लगा दी गई थी। इसके चलते वह भागकर परिवार के साथ जंगल में चला गया। वहां उसके पास खाने-पीने के लिए कुछ नहीं था। ऐसे में नक्सली उसे ले गए और खाना दिया। इसके बाद उसे संगठन में भर्ती कर लिया और ट्रेनिंग दी गई। वह कई वारदातों में शामिल रहा।
इन वारदातों में शामिल रहा सन्नु माड़वी
- साल 2006: एनएमडीसी हिरोली दंतेवाड़ा में 8 CISF जवानों की हत्या कर 17 हथियार लूटे।
- साल 2007: विश्रामपुरी पुलिस थाना, जिला कोण्डागांव में हमला कर एक सहायक उप निरीक्षक, दो प्रधान आरक्षक की हत्या की में शामिल था।
- साल 2009: मदनवाड़ा कैम्प हमला, जिसमें एसपी विनोद चौबे सहित 29 जवानों का हत्या की गई। इस एम्बुश में 300 माओवादी सुधाकर और रामेदर के नेतृत्व में शामिल रहा।
- साल 2010: थाना दुर्गुकोंदल थाना के भुस्की गांव में बीएसएएफ के पांच जवानों की हत्याकर हथियार लूट में शामिल था।
- साल 2019: गोरना गांव, बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट किया। इसमें डीआरजी के जवान घायल हुए।
- साल 2023: जनमिलिशिया कमांडर के रूप में मनकेली (बीजापुर) पंचायत एरिया में कैम्प के विरोध में पेड़ काटकर रोड़ ब्लाक कर नक्सल बैनर पोस्टर लगाए।