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CG Political : गंगाधर ही शक्तिमान है, शक्तिमान ही गंगाधर है, BJP और ED दोनों एक हैं…

November 6, 2023 | by livekhabar24x7.com

 

रायपुर। CG Political : गंगाधर ही शक्तिमान है, शक्तिमान ही गंगाधर है। ED और भाजपा की जुगलबंदी चल रही है। ED ही भाजपा है और भाजपा ही ईडी है। बीजेपी नेता का के पास से कैश पकड़ता है। और बाद वह CM का नाम लेता है। इसके बाद ED के दफ़्तर से वीडियो जारी किया जाता है।

जिसमें वह अपने आप को महादेव एप का मालिक है। सोनी ने यह वीडियो बीजेपी को क्यों दिया। वही ED को इस वीडियो की जाँच की जानी चाहिए. बिना जाँच के ED ने प्रेस विज्ञानपाती कैसे जारी किया। यह सीधे सीधे साजिश है। ये बातें आज कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आंनद शुक्ला ने पत्रकार वार्ता को संबोधन के दौरान कही।

महादेव सट्टा एप मामलें में सुशिल आनद शुक्ला ने कहा कि पहले सोनी खुद को मैनेजर बताता था। अब अपने आप को मालिक बता रहा है। ED का वकील वीडियो भी अपने आप में सवाल खड़े कर रहे है. कैश की इतनी बड़ी खेप दुबई से रायपुर आती है। फिर जाँच क्यों नहीं हुई। शुभम सोनी और बीजेपी का क्या संबंध है। ये जाँच का विषय है। बैन लगाने की बात भ्रमका है। अभी भी महादेव एप चल रही है।

क्रोनोलॉजी समझिये

ईडी एक ड्राइवर (कैश कुरियर) को पकड़ती है उसके बयान के आधार पर प्रेस नोट जारी करके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ऊपर महादेव एप्प से 508 करोड रू. लेने का आरोप लगाती है।

फिर इसी के संदर्भ में ईडी महादेव एप्प के एक कर्मचारी शुभम सोनी का एक सपोर्टिंग मेल का हवाला देकर इस आरोप की पुष्टि करवाती है।

दूसरे दिन भाजपा के कार्यालय से एक वीडियो जारी होता है जिसमें एक शुभम सोनी नाम का व्यक्ति खुद को महादेव एप्प का मालिक घोषित करता है तथा अभी तक महादेव एप्प के चर्चित मालिक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल को कर्मचारी बताता है।

कांग्रेस ने पूछा सवाल

• शुभम सोनी के इस वीडियो को भारतीय जनता पार्टी ने क्यों रिलीज किया? भाजपा के पास कहाँ से आया? यदि यह वीडियो शुभम सोनी ने भाजपा को भेजा है तो उसने भाजपा को ही क्यों भेजा, इनके क्या संबंध है? ईडी इसकी जांच करें भाजपा के पास यह कहां से आया?

• अगर ईडी के पास साक्ष्य आया तो एजेंसी को उसकी पुष्टि करना चाहिये या उसकी जांच किये बिना सार्वजनिक करके किसी की छवि खराब करने का प्रयास करना चाहिये।

• ईडी ने ड्राइवर असीम दास के बयान की बिना जांच किये मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के उद्देश्य से प्रेस नोट जारी किया यह सब इसलिये किया गया ताकि चुनाव में बुरी तरह पराजित हो रही भाजपा की मदद की जा सके। जबकि प्रेस नोट में ही लिखा है कि “अभी जांच होनी है।”

• एक सटोरिया वीडियो बना कर कुछ भी बोल देगा भाजपा, ईडी उसको प्रचारित कर रही है यह इनकी नीयत को बताती है।

• यह सारी साजिश चुनाव के मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाया जा सके।

• ईडी महीनों से ‘महादेव एप्प’ की जांच कर रही है। वह दो दिन पहले तक शुभम सोनी को मैनेजर बता रही थी जबकि सोनी खुद को मालिक बता रहा है। तो सच क्या है?

• ईडी के वकील सौरभ पांडे ने एक टीवी चैनल से कहा है कि कूरियर दुबई से सीधे पैसे लेकर आया तो सवाल है कि दुबई में भारतीय मुद्रा कैसे हासिल हुई? दूसरा अगर वह दुबई से लेकर आया है तो रास्ते में कहीं जांच क्यों नहीं हुई? छत्तीसगढ़ में जगह-जगह जांच हो रही है। वह किस रास्ते से आया और रास्ते में उसे पकड़ा क्यों नहीं गया?

• एक समाचार वेबसाइट ने पडोसियों के बयान के आधार पर विस्तार से बताया है कैसे एक सूने घर में कुछ लोग पैसा रखकर गए। ये कुछ लोग कौन थे?”

वहीं कांग्रेस की शक की सुई भाजपा वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल पर घूम गई है। कांग्रेस का आरोप है कि ED ने पैसों के साथ जो कार होटल के बेसमेंट से पकड़ी थी। वह ब्लैक कार का नंबर CG 12 AR 6300 है इसका रजिस्ट्रेशन कोरबा जिले का है। यह कार सनफ्लावर हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर रजिस्टर्ड है, इस कंपनी के मालिक बृजमोहन अग्रवाल है,जो बिलासपुर के पूर्व विधायक और भाजपा शासन में मंत्री अमर अग्रवाल के भाई है।

कांग्रेस ने आरोप दागते हुए कहा कि मामलें में कार ड्राइवर असीम को आरोपी बना लिया पर कार मालिक के मामलें में अभी तक कोई पूछताछ नहीं हुई है। वहीं एंटी बड़ी रकम ड्राइवर कैसे ला सकता है ? आखिर कार मालिक की इस मामलें में क्या भूमिका है ? कार का असली मालिक कौन है।

 

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