नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने रविवार यानी 15 सितंबर को बड़ा ऐलान कर दिया है। एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि वे 2 दिन मे इस्तीफा दे देंगे और आम आदमी पार्टी का कोई नेता प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री होगा। केजरीवाल ने कहा कि अब जब तक मैं दूसरा चुनाव नहीं जीत जाता, तब तक मुख्यमंत्री नहीं बनूंगा। बता दें कि शराब नीति मामले में जेल में बंद केजरीवाल 177 दिन बाद कल ही जेल से बाहर निकले हैं।
इस दौरान उनके साथ AAP नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आतिशी भी मौजूद हैं। केजरीवाल ने कहा कि तब तक उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे। जब तक जनता ना कह दे कि केजरीवाल ईमानदार है, जब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। आपको लग रहा होगा कि अभी रिहा होकर आया है और ऐसा क्यों बोल रहा है। इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, भारत माता के साथ धोखा किया है।
अरविंद केजरीवाल ईमानदार हैं 🇮🇳
अब जब तक दिल्ली की जनता अपना फ़ैसला नहीं सुना देती है तब तक मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूँगा। मैं आज से 2 दिन बाद मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा।@ArvindKejriwal#केजरीवाल_ईमानदार_है pic.twitter.com/ayKf5tKBVh
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) September 15, 2024
मैं देश के लिए कुछ करने आया था, जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं अग्नि परीक्षा दूंगा।केंद्र सरकार ने कानून पर कानून डालकर मेरी पावर छीन ली। ये कंडीशन कोई मायने नहीं रखती। मैंने अपनी जिंदगी में ईमानदारी कमाई है। फरवरी में चुनाव हैं। मैं मांग करता हूं कि चुनाव महाराष्ट्र के साथ नवंबर में कराए जाएं। आपका फैसला आने तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा।आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा। विधायक दल की मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाए।
मनीष सिसोदिया के मन में भी वही पीड़ा है। उनका भी कहना है कि डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब जनता कहेगी कि मनीष सिसोदिया ईमानदार हैं। हम दोनों जनता की अदालत में जाएंगे, जनता कहेगी कि ईमानदार हैं, तभी कुर्सी पर बैठेंगे। 2020 में कहा था कि काम किया था तो वोट देना। आज कह रहा हूं कि ईमानदार हूं तो वोट देना।