रायपुर। लोकसभा चुनाव से पहले फिर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के बयान ने खलबली मचा दी है। दरअसल में कांकेर मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों को कांग्रेस नेता ने शहीद बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि शहीदों के प्रति संवेदनाएं दी है। अब उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सुप्रिया श्रीनेत के इस बयान पर तीखी आपत्ति जतायी है।
कांग्रेस पार्टी का ये निकृष्ट बयान…
लोकतंत्र पर प्रहार है।
सुरक्षा बलों के मनोबल पर प्रहार है।
सुरक्षा बलों के पराक्रम पर प्रहार है।
छत्तीसगढ़ और बस्तर की जनता पर प्रहार है।नक्सलियों को शहीद मानने वाली कांग्रेस ने 5 साल बस्तर में इसी मानसिकता से कार्य किया है।
शर्मनाक। pic.twitter.com/wfUDg9dsQj
— Arun Sao ( मोदी का परिवार ) (@ArunSao3) April 17, 2024
इधर, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता द्वारा मारे गए नक्सलियों को शहीद बताए जाने पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी का ये निकृष्ट बयान…लोकतंत्र पर प्रहार है। सुरक्षा बलों के मनोबल पर प्रहार है।सुरक्षा बलों के पराक्रम पर प्रहार है।छत्तीसगढ़ और बस्तर की जनता पर प्रहार है। नक्सलियों को शहीद मानने वाली कांग्रेस ने 5 साल बस्तर में इसी मानसिकता से कार्य किया है, शर्मनाक है।
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भूपेश बघेल ने एनकाउंटर को बताया था फर्जी
इससे पहले भूपेश बघेल ने भी कल कांकेर में हुए नक्सली इनकाउंटर पर सवाल खड़े किये थे। उन्होंने इसे फर्जी करार दिया था। हालांकि आज फिर उन्होंने अपने बयान पर यू टर्न ले लिया। इससे पहले पूर्व सीएम बघेल ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताया था।उन्होंने कहा था कि भाजपा शासनकाल में नक्सलियों का फर्जी एनकाउंटर होता है। अभी चार महीनों में ऐसे मामलों में वृद्धि हुई है। पुलिस द्वारा बस्तर में भोले भाले आदिवासियों को डराया जाता है। उन्होंने कहा कि कवर्धा जिले में पुलिस द्वारा आदिवासियों को डराया धमकाया जा रहा है और गिरफ्तार करने की धमकी दी जा रही है।