नई दिल्ली। Cyclone Biparjoy : अरब सागर मने उठा तूफ़ान बिपरजॉय गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि यह तूफान 15 जून तक गुजरात पहुंच जाएगा। जिससे सौराष्ट्र तथा कच्छ क्षेत्रों के सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस सिलसिले में तैयारियों की समीक्षा बैठक भी की है।
Cyclone Biparjoy : भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के 15 जून को दोपहर के समय काफी भयंकर चक्रवाती तूफान के रूप में सौराष्ट्र तथा कच्छ और पाकिस्तान के निकटवर्ती तटों से गुजरने की संभावना है
तूफान के चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश का दौर जारी है, जिसमें पांच लोगों की मौत की खबर है।,गुजरात के तटीय जिलों- कच्छ, पोरबंदर, द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तूफान प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah chairs a review meeting on the preparedness for cyclone 'Biparjoy' pic.twitter.com/Pe4YqyCSdX
— ANI (@ANI) June 13, 2023
वहीँ गृह मंत्री अमित शाह (UM. Amit Shah) आज बिपरजॉय से निपटने की तैयारियों को लेकर बैठक कर रहे है। बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों के लिए आपदा प्रबंधन के लिए 8000 करोड़ रुपये की तीन योजनाओं की घोषणा की है, जिनमें 5000 करोड़ रुपये राज्यों के प्रोजेक्ट को बढ़ाने और फायर सर्विस को आधुनिकृत करने के लिए दिए गए हैं।
2,500 करोड़ रुपये मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदाबाद, अहमदाबाद और पुणे जैसी मेट्रो सिटी में बाढ़ से बचने की व्यवस्था करने के लिए दिए गए हैं। वहीं, 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लैंडस्लाइड से निपटने के लिए नेशनल लैंडस्लाइड रिस्क मिटिगेशन स्कीम के लिए 825 करोड़ रुपये की घोषणा की गई है।
IMD प्रमुख डॉक्टर मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा, ‘पोरबंदर, देवभूमि द्वारका जिलों में कच्छ तक हवा की रफ्तार तेज हो रही है। कल 65-75 किमी प्रतिघंटा तक जा सकती है।’ उन्होंने बताया, ’15 जून को गुजरात के द्वारका, जामनगर, कच्छ और मोरबी जिलों में हवा की रफ्तार 125-135 किमी प्रतिघंटा तक होगी और 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार तक चलेंगी। ये संभावित रूप से बड़े स्तर पर तबाही मचा सकती हैं।’
उन्होंने बताया, ‘चक्रवात द्वारका से 280 किमी दूर केंद्रित है। साइक्लोन के आउटर बैंड के प्रभाव में कच्छ और देवभूमि द्वारका में पहले ही बादल दिखने लगे हैं। ऐसे बादल कल भी थे और इनकी वजह से सौराष्ट्र के तटीय जिलों में अति भारी बारिश हुई थी।’ सुरक्षा के मद्देनजर गुजरात से करीब 8 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।