रायपुर। वर्तमान समय में डायबिटीज की समस्या आम हो गई है। बच्चों से लेकर बूढ़े तक इस गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो इसका सबसे बड़ा कारण है गलत लाइफस्टाइल और खानपान में गड़बड़ी है। ऐसे में आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिसे फॉलो करने से डायबिटीज के मरीज को शुगर लेवल कम करने में मदद मिल सकती हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि हम हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करें, साथ ही सही डाइट फॉलो करें।
शुगर, मैदा, प्रॉसेस्ड फूड ना खाएं
डायबिटीज के पेशेंट को वाइट शुगर, मैदा, प्रॉसेस्ड फूड, कच्चे ड्राई फ्रूट्स, दही और ग्लूटेन युक्त चीजों के सेवन से बचें. फलों और सब्जियों में मौजूद नेचुरल शुगर आपके लिए सही हैं. गाय का दूध और घी सीमित मात्रा में ले सकते हैं. ज्वार, रागी, अमरंथ का सेवन आप कर सकते हैं. नट्स और ड्राई फ्रूट्स आप पानी में भिगोकर और भूनकर ही खाएं. इन्हें कच्चा खाने से आपको ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है.
देर रात खाने की आदत छोड़ दें
रात का खाना जल्दी खाना आपके शुगर लेवल और हृदय रोगों के खतरे को कम करने का सबसे आसान तरीका है. यदि संभव हो तो सूर्यास्त से पहले रात्रि भोजन करना सर्वोत्तम है. यदि कार्य शेड्यूल अनुमति नहीं देता है तो रात का खाना 8 बजे तक खा लेना सबसे अच्छा है.
भोजन के तुरंत बाद सोने से बचें
जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल हाई रहता है, उन्हें दिन में बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए. यह शरीर में अधिक कफ दोष बढ़ाता है और आयुर्वेद में डायबिटीज को कफ रोग माना जाता है. इससे रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, इसलिए इससे आपको 100% बचना चाहिए. रात में खाने के 3 घंटे बाद सोना चाहिए. सूर्यास्त से पहले रात का खाना खा लेना सबसे अच्छा है.
सिर्फ एंटी-डायबिटीक दवाओं पर ही न रहें निर्भर
डायबिटीज में दवाओं का सेवन सही समय पर करना जरूरी है, लेकिन स्वस्थ दिनचर्या का पालन न करना और पूरी तरह से एंटी-डायबिटीक दवाओं पर निर्भर रहना भी ठीक नहीं. ये दवाइयां कम उम्र में आपके लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
गतिरहित जीवन से बचें
कुछ लोग लगातार बैठे रहते हैं. एक ही जगह पर घंटों बैठकर काम करते हैं. उनकी रूटीन में फिजिकल एक्टिविटी न के बराबर शामिल होती है. ये बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकता है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि डायबिटीज के मरीज या प्री-डायबिटीक भी रेगुलर 40 मिनट जरूर शारीरिक गतिविधियां करें जैसे वॉकिंग, साइकलिंग, कार्डियो एक्सरसाइज, योग. साथ ही 20 मिनट प्राणायाम करना बेहद जरूरी है. एक्टिव रहने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है. शरीर की प्रत्येक कोशिकाओं को पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन मिलता है. लिवर डिटॉक्स को बढ़ावा देता है और इंसुलिन के उचित स्राव में मदद करता है.
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।