नई दिल्ली। Emergency : प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है। देशभर में दंगों और लूटपाट के बीच 16 लोगों की मौत के बाद बड़ा फैसला लिया है। वहीं चार प्रमुख शाखाओं को भी 14 दिन के लिए निलंबित कर दिया। बुधवार को पुलिस हड़ताल पर चले जाने के बाद शहर में दंगे भड़क गए हैं। लोग सड़कों पर लूटपाट कर रहे हैं और दुकानों को जला रहे हैं। शहर मं अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है।
इसके बाद पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को शहर में 14 दिनों के लिए आपातकाल लागू कर दिया है। प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने घोषणा की कि आपातकालीन आदेश के तहत 1,000 से अधिक सैनिक किसी भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तैयार हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक पापुआ न्यू गिनी में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है। इसी बीच पुलिसकर्मियों का वेतन काट लिया गया। इसके खिलाफ सैनिक, पुलिस अधिकारी और जेल प्रहरी का एक समूह सरकार के खिलाफ राजधानी में प्रदर्शन कर रहा था।
पीएम मारापे ने कहा कि इस कम्प्यूटर समस्या में शामिल चार विभाग प्रमुखों- पुलिस आयुक्त और कार्मिक, वित्त और राजकोष के प्रमुखों को 14 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने कहा कि इस तरह की हिंसा को सहन नहीं किया जाएगा। लोगों ने पुलिस का गैरमौजूदगी का फायदा उठाया है।
पीएम ने कहा कि कानून को तोड़ना गलत है। इससे कुछ हासिल नहीं होगा। लोगों को इस घटना से काफी नुकसान हुआ है। मैं इस पूरी घटना के लिए माफी मांगता हूं। कुछ रिपोर्टों में बताया गया है कि सोशल मीडिया पर देश में महंगाई बढ़ने की खबरें फैल रही थीं। यही हिंसा की वजह बन गई। लोग महंगाई बढ़ने की खबर से नाराज होकर सड़कों पर उतर आए और हिंसा करने लगे।