कोरबा। Former Minister JAYSINGH : प्रदेश में चुनाव नतीजे सामने आने के एक-दो दिन बाद पूर्व डिप्टी सीएम के साथ-साथ मंत्रियों और विधायकों के बयानों ने राजनितिक गलियारों में खलबली मचा दी है। एक ओर दिल्ली में आलाकमान हार की समीक्षा के लिए बैठक कर रहा, दूसरी ओर तीखे आरोप और हार का ठीकरा फोड़ा जा रहा है।
सत्ता में रहते हुए सरकार का एक ही चेहरा सीएम और चुनाव नजदीक आते ही सामूहिक नेतृत्व में फाइट करने की बात कही जानें लगी। अब इन अटकलों पर नाराज मंत्री और विधायक मुहर लगाते हुए नजर आ रहे है। वहीं मुख्यमंत्री को इशारों-इशारों में हार का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का बड़ा बयान सामने आया है। कहा, इस चुनाव में एकजुटता नहीं थी, इस बार का चुनाव सेंट्रलाइज था। पिछले चुनाव में जो जनादेश मिला, उसका सरकार कद्र नहीं कर पाई.। मंत्रियों को पावर नहीं मिल पाई। एक ताकत सेंट्रलाइज होकर कुछ लोगों के साथ सरकार चलाती रही। मंत्रियों का जो जिले में प्रभाव होता है, उसे बाधित किया गया। कांग्रेस खेमे में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
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इतना ही नहीं जयसिंह अग्रवाल ने संगठन के सर्वे पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि, विधायकों के परफार्मेंस का सर्वे सरकार का मुखिया करवाता था। उस सर्वे पर कभी चर्चा नहीं हुई, जो फर्जी सर्वे था। आगे जयसिंह अग्रवाल ने बिना किसी का नाम लिए कहा, खेतों को सुरक्षित रखने के लिए बाड़ा बनाया जाता है। अगर वो बाड़ा ही खेत को खाए तो क्या होगा।
इन पर भी बरसी हार की नाराजगी
जयसिंह अग्रवाल ने कहा, प्रशासनिक अधिकारी ने काम में व्यवधान डाला. कोरबा में छांट-छांटकर अधिकारियों की पोस्टिंग की गई। एसपी मीणा ने कोरबा को डुबाया और कलेक्टर रानू साहू ने बर्बाद किया है। भोजराम पटेल को एक सिपाही चलाता रहा।
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वहीं उदय किरण ने भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए। कोयला चोरी और डीजल चोरी को बढ़ावा दिया। माहौल को साढ़े चार साल तक बिगाड़ दिया। इससे सरकार के खिलाफ एंटी इन्कंबेंसी पैदा हुई और सुनियोजित ढंग से अपराध कराए गए। जिससे सरकार की छवि खराब हुआ और उन सबका खामियाजा हम लोगों को भुगतना पड़ा।