गौरेला पेंड्रा मरवाही (GPM) : जिले का खनिज विभाग भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा के लिए जाना जाता है। हालही में एक और फर्जी मामला प्रकाश में आया है। ताज़ा उदाहरण गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के खनिज विभाग का है। जहां फर्जी तरीके से प्राइवेट व्यक्ति से खनिज विभाग का पूरा कार्य करवाया जा रहा है, पूरे मामले में जिला प्रशासन को आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की गई है।
कलेक्टर को दिए गए आवेदन में बताया गया है कि, जिले के खनिज शाखा(कार्यालय) में रोहित नामक व्यक्ति फर्जी तरीके से कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य कर रहा है, इनका ना तो खनिज कार्यालय के कर्मचारियों की सूची में नाम है और ना ही किसी प्रकार का नियुक्ति आदेश है। कुल मिलाकर यह दिखाई देता है कि खनिज विभाग के निरीक्षक राजू यादव और खनिज विभाग के उच्च अधिकारी के द्वारा वसूली के कार्य हेतु रोहित नामक व्यक्ति को ऑपरेटर के तौर पर अवैध रूप से रखा गया है।
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चुकि उक्त व्यक्ति गैर सरकारी होने से उस पर सिविल सहित आचरण नियम 1965 लागू नहीं होगा, अतः वह व्यक्ति बिना किसी भय के खनिज शाखा में बैठकर सभी गोपनीय दस्तावेजों की जानकारी रखता है, जिससे की विभागीय गोपनीयता भंग हो रही है, कुल मिलाकर बहुत बड़े फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया जा रहा है, और उक्त व्यक्ति के माध्यम से निरीक्षक राजू यादव के द्वारा एक तरह से वसूली का एक बड़ा सिंडिकेट को ऑपरेट किया जा रहा है, और कोई किसी को बोलने वाला भी नहीं है, टोटल अंधेर नगरी चौपट राजा है। यह बातें जब एक आम नागरिक को पता है तो जोन के अधिकारी को कैसे नहीं मालूम। शीर्ष अधिकारी के संरक्षण के बिना यह संभव नहीं है। इस संबंध में कलेक्टर से शिक़ायत की गई और कार्रवाई की मांग की गई है।