नई दिल्ली : Hacking : मंगलवार को सुबह राजनितिक गलियारे में फोन हैक मामलें को लेकर सियासत गरमा गई। विपक्षी नेताओं ने कहा सरकार मेरे फोन और ईमेल को हैक करने की कोशिश कर रही है, Apple ने अलर्ट किया है। इसमें कांग्रेस नेताओं- शशि थरूर, केसी वेणुगोपाल, पवन खेड़ा समेत तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा, शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव समेत कई नेताओं ने स्क्रीनशॉट्स शेयर किए।
स्क्रीन शॉट के जरिए नेता अपने फोन पर आए वॉर्निंग मेसेज को ट्वीट कर रहे है। सभी ने ‘स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैक्स’ का दावा किया। वहीं राहुल गांधी ने इसे लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें नरेंद्र मोदी सरकार पर विपक्षी नेताओं की जासूसी कराने का आरोप लगाया। राहुल ने दावा किया कि उनके ऑफिस में सभी लोगों को एप्पल का नोटिस मिला है।
एप्पल की ओर से भेजे गए अलर्ट के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए। इनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा
शिवसेना (UBT) प्रियंका चतुर्वेदी
कांग्रेस नेता शशि थरूर
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ऑफिस वर्कर्स
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी
AAP सांसद राघव चड्ढा
सपा नेता अखिलेश यादव
कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव
हैकिंग पर भड़के नेता, कही ये बात
TMC नेता महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘एप्पल से मुझे संदेश और ईमेल प्राप्त हुआ, इसमें मुझे चेतावनी दी गई है कि सरकार मेरे फोन और ईमेल को हैक करने की कोशिश कर रही है।’
शिवसेना(UBT) नेता की प्रियंका चतुर्वेदी ने एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘आश्चर्य है कौन? आपको शर्म आनी चाहिए। सीसी: गृह मंत्री का कार्यालय आपके ध्यान के लिए।’ एक अन्य पोस्ट में उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों को टैग करते हुए कहा, ‘कृपया ध्यान दें अश्विनी वैष्णव और राजीव चंद्रशेखर।’
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने लिखा, ‘प्रिय मोदी सरकार, आप ऐसा क्यों कर रहे हैं?’
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्हें अपने फोन निर्माता से ‘राज्य-प्रायोजित हमलावरों द्वारा उनके फोन पर हमला करने की कोशिश करने के बारे में चेतावनी मिली थी।’
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा का भी कहना है कि उन्हें अपने फोन निर्माता से ‘स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स द्वारा उनके फोन पर हमला करने की कोशिश करने’ को लेकर चेतावनी मिली है।
कांग्रेस पार्टी के मंत्री टीएस सिंघदेव ने कहा कि ये सियासत है कि लानत है सियासत पे ‘सदा’ ख़ुद हैं मुजरिम बने क़ानून बनाने वाले।
राजद सांसद मनोज झा ने कहा, ‘सरकार कहे कि ये अलर्ट गलत है… ये क्या हो रहा है? आक्रामक राजनीति के तहत डिजिटल दुनिया बना रहे हैं? आप देखना चाहते हैं कि कौन किससे बात कर रहा है, क्या बात कर रहा है? सरकार की ओर से सफाई आनी चाहिए, इसके लिए एक मंत्रालय भी है वे क्या कर रही है?’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘ये बड़े दुख की बात है, सुबह ये जानकारी मिली और इस प्रकार का मैसेज कंपनी के माध्यम से आया है। मैसेज में बताया जा रहा है कि स्टेट की ओर से आपका फोन हैक किया जा रहा है। दुख की बात है कि लोकतंत्र में आजादी और निजता को भी ये खत्म करना चाहते हैं। जासूसी किस लिए? इसकी जांच होनी चाहिए।’
कंपनी का बयान
जासूसी विवाद के बीच ऐपल का भी बयान आ गया है। कंपनी ने कहा है कि वो हैकिंग के खतरे को लेकर चेतावनी की प्रक्रिया के बारे में नहीं बता सकता है क्योंकि इससे स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स सचेत हो जाएंगे। फिर उनकी हरकतों को पकड़ पाना मुश्किल हो जाएगा। इस बारे में जानकारी देने में असमर्थ हैं कि किस कारण से हमें खतरे की सूचनाएं जारी करनी पड़ रही हैं, क्योंकि इससे राज्य-प्रायोजित हमलावरों को भविष्य में पता लगाने से बचने के लिए अपने व्यवहार को अनुकूलित करने में मदद मिल सकती है।