नई दिल्ली। भारत के मून मिशन यानी चंद्रयान-3 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली इसरो (ISRO) की वैज्ञानिक वलारमथी का कार्डियक हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया। उन्होंने रॉकेट लॉन्च काउंटडाउन में अपनी आवाज से देश में पहचान बनाई। उनकी अंतिम उलटी गिनती भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के लिए थी।
जानकारी के मुताबिक, इसरो की वैज्ञानिक एन वलारमथी तमलिनाडु के अरियालुर की रहने वाली थीं। उन्होंने राजधानी चेन्नई के अस्पातल में आखिरी सांस ली. चंद्रयान-3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था. चंद्रयान-3 के सफल लॉन्चिंग के दौरान उसके काउंटडाउन में वलारमथी ने आवाज दी थी। उनके निधन पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक डॉक्टर पीवी वेंकटकृष्ण ने दुख जताया है।
बता दे कि चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। 23 अगस्त को, मिशन का लैंडर मॉड्यूल, जिसमें विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर शामिल था, सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतरा, जिससे भारत यह मील का पत्थर हासिल करने वाला चौथा देश बन गया। यह पहली बार है जब कोई देश चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा।