नई दिल्ली। IT Raid : मयूर ग्रुप के ठिकानों पर IT विभाग की 5 दिन तक रेड चली. इस छापेमार कार्रवाई में 18 किलो सोना, 50 किलो चांदी और 3.5 करोड़ रुपये कैश जब्त किया गया. मयूर ग्रुप पर करीब 150 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी सामने आई है. विभाग द्वारा डेटा का पूरा एनालिसिस करने के बाद टैक्स चोरी का आंकड़ा बड़ा सकता है. इससे पहले भी डीआरआई (Directorate of Revenue Intelligence) ने ग्रुप के मालिक के खिलाफ 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की टैक्स चोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई की थी.
भारत में वनस्पति घी का सबसे बड़ी निर्माता कंपनी मयूर ग्रुप पर कानपुर समेत देश के कई ठिकानों पर एकसाथ छापा पड़ा था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कार्रवाई के दौरान कानपुर के अलग-अलग ठिकानों से 18 किलो सोना, 50 किलो चांदी और 3.7 करोड़ रुपये कैश जब्त किया गया है.
मयूर ग्रुप पर इनकम टैक्स के छापे में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि पांच दिन की जांच में 400 करोड़ रुपये की आय पर करीब 100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का पता चला है. इसके साथ ही SAFTA का उल्लंघन कर 50 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है. फर्जी कंपनियों से करीब 20 करोड़ रुपये का कर्ज और आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों से 22 करोड़ रुपये से ज्यादा के कारोबार का भी खुलासा हुआ है.
बिजनेस और प्रॉपर्टी के 10 हजार से ज्यादा दस्तावेज जब्त किए गए हैं और ग्रुप के निदेशकों के बयान दर्ज किए गए हैं. इनकम टैक्स अधिकारियों के अनुसार, मयूर ग्रुप ने बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की है. लैपटॉप और कंप्यूटर से लिए गए डाटा को क्लोन करके जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है. छापेमारी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का भी इस्तेमाल किया गया है.
ऐसे पकड़ा गया टैक्स चोरी का खेल
इनकम टैक्स अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान बड़ी मात्रा में केमिकल बरामद हुआ है. जबकि उत्पादन काफी कम दिखाया जा रहा था. इस रसायन (केमिकल) का उपयोग तेल को खाने योग्य बनाने के लिए किया जाता है. इससे मयूर ग्रुप में टैक्स चोरी का खेल पकड़ा गया. साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कहीं तेल का कारोबार बिना उचित दस्तावेज के तो नहीं किया जा रहा है.
इन ठिकानों पर हुई छापेमारी
मालूम हो कि पिछले गुरुवार सुबह 7 बजे इनकम टैक्स की 50 टीमों ने मयूर ग्रुप की शकर पट्टी, सिविल लाइंस, रनिया स्थित फैक्ट्री, कॉरपोरेट ऑफिस और आवास समेत मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, इंदौर, देवास में 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी. पांच दिनों की छापेमारी के बाद आईटी ने अब जांच खत्म कर दी है.