Karnataka Election: कर्नाटक में कांग्रेस-BJP की चुनावी लड़ाई अब दूध ब्रांड पर आई, जानें अमूल VS नंदिनी का पूरा विवाद

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नई दिल्ली. Karnataka Election कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव वोले हैं. इसे लेकर सत्ताधारी बीजेपी और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बीच पुरजोर लड़ाई देखी रही है. दोनों दलों के बीच अब अमूल और नंदिनी जैसे दूध कॉओपरेटिव ब्रैंड को लेकर वाकयुद्ध छिड़ गया है. दरअसल गुजरात की दूध कंपनी अमूल ने हाल ही में कर्नाटक में दूध और दही बेचने की घोषणा की. वहीं कांग्रेस ने इसे कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) के ब्रैंड नंदिनी को ‘खत्म’ करने की साजिश करार देते हुए बीजेपी को घेरा. यह विवाद इतना बढ़ गया कि राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई तक को इस मुद्दे पर बयान देना पड़ा है.

दरअसल अमूल ने 5 अप्रैल को ट्वीट किया था कि वह बेंगलुरु में ताजा दूध और अन्य उत्पादों की आपूर्ति करेगा. कंपनी ने ट्वीट में लिखा है, ‘बेंगलुरू में दूध और दही के साथ ताजगी की एक नई लहर आ रही है. अधिक जानकारी जल्द ही.’

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अमूल के इस ऐलान के बाद ट्विटर पर #Savenandini #GobackAmul जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे. कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि केएमएफ देश में दूसरा सबसे बड़ा दूध खरीदकर्ता है.

अमूल VS नंदिनी को लेकर कांग्रेस हमलावर

कर्नाटक में अमूल के खिलाफ लोगों की इस नाराजगी के बाद कांग्रेस और बीजेपी भी आमने-सामने आ गए. कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर राज्य के डेयरी ब्रांड नंदिनी को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. उसका आरोप है कि बीजेपी किसानों द्वारा बनाए गए ब्रांड नंदिनी (केएमएफ) को नष्ट करने पर उतारू है.

कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नंदिनी ब्रांड को बंद कराना चाहते हैं, जो कर्नाटक के किसानों की जीवन रेखा है. राज्य पर अमूल ब्रांड थोपा जा रहा है.’ इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अमूल के उत्पादों का बहिष्कार करने का आग्रह किया. सिद्धारमैया ने कहा, ‘सभी कन्नडिगों को अमूल उत्पादों को नहीं खरीदने का संकल्प लेना चाहिए’.

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वहीं कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीन में कहा, ‘हम अपने दूध और अपने किसानों की रक्षा करना चाहते हैं. हम चाहते हैंकि हमारे अधिकार, हमारी जमीन, हमारी मिट्टी, हमारा पानी और हमारा दूध सुरक्षित रहे. हमारे पास पहले से ही नंदिनी है जो अमूल से बेहतर ब्रांड है. हमें किसी अमूल की जरूरत नहीं है.’

सीएम बोम्मई ने दिया जवाब

कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के इस तीखे हमले के बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि अमूल के मुद्दे पर सरकार का रुख बिल्कुल स्पष्ट है. सीएम बोम्मई ने कांग्रेस पर इस मुद्दे पर राजनीति रोटी सेंकने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘अमूल के संबंध में हमारे पास पूरी स्पष्टता है. नंदिनी एक राष्ट्रीय ब्रांड है. यह कर्नाटक तक ही सीमित नहीं है. हमने अन्य राज्यों में भी नंदिनी को एक ब्रांड के रूप में लोकप्रिय बनाया है.’

वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘नंदिनी उत्पाद दूसरे राज्यों और देशों में भी बेचे जाते हैं और हमारा नंदिनी ब्रांड किसी भी प्रतिस्पर्धा का सामना करने में सक्षम है. कांग्रेस हर चीज में राजनीति कर रही है और किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रही है.’

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उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ अमूल ही नहीं, बल्कि राज्य में 16 से 18 अलग-अलग निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के ब्रांड पहले से ही अपने दूध उत्पाद बेच रहे हैं, लेकिन नंदिनी अपनी उच्च गुणवत्ता के कारण बाजार में सबसे पसंदीदा ब्रांड बनी हुई है. उन्होंने कहा, ‘इसलिए यह कहना कि अमूल नंदिनी के लिए खतरा है, हमारे देसी ब्रांड का अपमान है.’

अमूल ने दी सफाई
वहीं इस पूरे विवाद पर अमूल की ओर से भी सफाई दी गई है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार GCMMF के प्रबंध निदेशक (एमडी) जयन मेहता ने बताया कि ‘अमूल वर्तमान में सामान्य कारोबार को नहीं, बल्कि केवल ई-कॉमर्स/क्विक कॉमर्स चैनलों को देख रहा है. सामान्य व्यापार के लिए, हमें मूल्य बिंदुओं को नीचे लाने की आवश्यकता होगी और फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है’


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