देहरादून। विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट भाईदूज के दिन सुबह 08:30 बजे शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस अवसर पर बाबा केदार के जय घोष से केदारपुरी गुंजायमान हो गई। भारतीय सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच वैदिक विधि-विधान और परंपराओं के साथ बाबा केदार के मंदिर के कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होने के बाद बाबा केदारनाथ की डोली यात्रा आर्मी बेंड के साथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना किया गया।
इस मौके पर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों सहित 15 हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने। इस साल बाबा केदार के दर्शन के लिए साढ़े 16 लाख भक्तों की भीड़ उमड़ी। अब अगले 6 महीने बाद मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
बंद हुए यमुनोत्री के कपाट
बाबा केदार के कपाट बंद होने के बाद दोपहर को मां यमुना धाम, यमुनोत्री के कपाट भी बंद हो जाएंगे। वहीं श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष 17 नवंबर को बंद हो रहे है।