नई दिल्ली। इन दिनों देशभर में गणेश उत्सव की धूम हैं। गणेश उत्सव में सभी घरों में एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं। इस आर्टिकल में, हम आपको ऐसी ही 3 स्वादिस्ट व्यंजनों को तैयार करने की विधि बताने जा रहे हैं। जिसे बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी खूब पसंद करते हैं।
1. मोदक
मोदक – दिव्य पकौड़ी मोदक, जिसे महाराष्ट्र में “उकादिचे मोदक” के नाम से भी जाना जाता है, एक मीठी पकौड़ी है जो भगवान गणेश के दिल में एक विशेष स्थान रखती है। ये उबले हुए या तले हुए पकौड़े कसा हुआ नारियल और गुड़ के मिश्रण से भरे होते हैं, जिनमें इलायची और घी का स्वाद होता है। मोदक को प्रसाद (दिव्य प्रसाद) के रूप में पेश किया जाता है और त्योहार के दौरान भक्तों द्वारा इसका बेसब्री से इंतजार किया जाता है।
मोदक के लिए सामग्री
- चावल का आटा
- किसा हुआ नारियल
- गुड़
- इलायची
- घी
मोदक की तैयारी मोदक बनाने में चावल के आटे का आटा गूंथने, उसे पकौड़ी का आकार देने, उन्हें नारियल-गुड़ के मिश्रण से भरने और फिर पूर्णता के लिए भाप में पकाने या तलने की एक सावधानीपूर्वक प्रक्रिया शामिल होती है।
2. नारियल चावल
नारियल चावल – समृद्धि का प्रसाद नारियल चावल, जिसे दक्षिण भारत में “थेंगई सदाम” भी कहा जाता है, गणेश चतुर्थी के दौरान तैयार किया जाने वाला एक सरल लेकिन स्वादिष्ट व्यंजन है। यह प्रचुरता और समृद्धि से भरे जीवन की आशा का प्रतीक है।
नारियल चावल के लिए सामग्री
- पके हुए चावल
- ताजा नारियल
- सरसों के बीज
- करी पत्ते
- काजू
नारियल चावल की तैयारी इस व्यंजन में ताजा नारियल, सरसों के बीज, करी पत्ते और काजू को भूनना और फिर उन्हें पके हुए चावल के साथ मिलाकर एक सुगंधित और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करना शामिल है।
3. केसरी: सूजी का एक मीठा व्यंजन
केसरी – मीठी सूजी डिलाइट केसरी, जिसे कुछ क्षेत्रों में “शीरा” के नाम से भी जाना जाता है, सूजी (रवा) से बनी एक लोकप्रिय मिठाई है और इसे अक्सर गणेश चतुर्थी के दौरान प्रसाद के रूप में परोसा जाता है।
केसरी के लिए सामग्री
- सूजी / रवा)
- घी
- चीनी
- केसर
- काजू
केसरी बनाने की तैयारी केसरी बनाने में सूजी को घी में भूनना, चीनी, केसर और काजू मिलाना और तब तक पकाना शामिल है जब तक कि यह एकदम सही, सुगंधित स्थिरता तक न पहुंच जाए। केसरी का प्रतीक केसरी का सुनहरा रंग आतिथ्य की गर्मी और भगवान गणेश के दिव्य आशीर्वाद का प्रतिनिधित्व करता है। गणेश चतुर्थी न केवल आस्था और भक्ति का उत्सव है, बल्कि इंद्रियों के लिए एक उत्सव भी है। ये पांच व्यंजन, मोदक, पूरन पोली, नारियल चावल, चना सुंदल और केसरी, त्योहार के आवश्यक तत्व हैं, जो स्वाद और परंपराओं का एक मनोरम मिश्रण पेश करते हैं जो इस अवसर को वास्तव में विशेष बनाते हैं।