इम्फाल। Manipur Violence : मणिपुर के कांगपोकपी जिले में मंगलवार सुबह अज्ञात लोगों ने तीन आदिवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावरों ने आदिवासी बहुल कांगगुई क्षेत्र में इरेंग और करम वैफेई गांवों के बीच घात लगाकर हमला किया। कांगपोकपी स्थित कमेटी ऑफ ट्राइबल यूनिटी (COTU) ने हमले की निंदा की।
COTU ने अपने बयान में कहा, “अगर केंद्र सरकार मणिपुर में सामान्य स्थिति की बहाली की अपनी अपील के प्रति गंभीर है तो उसे तुरंत घाटी के सभी जिलों को अशांत क्षेत्र घोषित करना चाहिए और सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम, 1958 लागू करना चाहिए।”
3 मई को भड़की थी जातीय हिंसा
इस साल 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अब तक 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और सैंकड़ो घायल हुए हैं। यह हिंसा उस समय शुरू हुई थी। जब मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किया गया था।