
रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रमुख हिंदू मंदिरों में बटने वाले प्रसाद की गुणवक्ता जांचने के लिए खाद्य विभाग के कार्रवाई शुरू कर दी है। डोंगरगढ़ के प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर में चढ़ने वाले प्रसाद को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, इस मंदिर में चढ़ने वाला प्रसाद एक पोल्ट्री फॉर्म में बनाया जा रहा था। खाद्य सुरक्षा टीम ने आज राका गाँव स्थित एक फैक्ट्री में छापा मारा। इस दुअरान बड़ी मात्रा में प्रसाद के पैकेद जब्त किए गए। मामला डोंगरगढ़ रथाना क्षेत्र का है।
जानकारी अनुसार, इस पोल्ट्री फार्म में ‘श्री भोग प्रसाद’ नाम से इलायची दाना बनाया जा रहा था। खाद्य विभाग की टीम को बड़ी संख्या में प्रसाद के पैकट मिले हैं। उस पर माता बम्लेश्वरी की फोटो लगी है। जिसके लिखा है ‘साफ और पवित्र वातावरण में निर्मित’ किया गया है। हालांकि छापेमारी में अवैध फैक्ट्री और पैकेट में लिखे दावे की पोल खुल गई।
खाद्य सुरक्षा टीम की जांच में पाया गया कि लगभग 5000 स्क्वायर फिट कैंपस में पोल्ट्री फॉर्म के साथ ही प्रसाद बनाने की फैक्ट्री भी संचालित हो रही थी। इसे ‘श्री भोग प्रसाद’ के नाम से बनाया जा रहा था। इसकी सप्लाई मंदिर के पास दुकानों में होती है। पोल्ट्री फॉर्म का मालिक मजहर खान है। वहीं पैकेजिंग में बड़ी गड़बड़ी दिखी। इसमें मानक, तिथि, बैच नंबर भी अंकित नहीं है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेन्द्र ध्रुव ने बताया कि बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के साथ बात की जा रही है। प्रसाद का सेंपल टेस्ट के लिए भेजा गया। प्रसाद किस खाद्य सामग्री से बनाया जा रहा है, ये देखा जाएगा।