नई दिल्ली। NDA गठबंधन को बहुमत मिलने के बाद आज दिल्ली में संसदीय दल की बैठक की गई। जिसमें सभी ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुनते हुए समर्थन दिया। वहीं नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए विपक्षियों पर तंज कसा है। उन्होंने ईवीएम पर उठाए गए सवालों का जवाब दिया। 4 जून को चुनाव परिणाम घोषित होने के दौरान अपने व्यस्त शेड्यूल के बीच मोदी ने फोन पर बातचीत में मजाकिया लहजे में पूछा, “आंकड़े तो ठीक हैं, लेकिन ईवीएम जिंदा है या नहीं।”
मोदी ने कहा कि कुछ लोग हर बार चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लग रहा था कि वे ईवीएम की अर्थी निकालेंगे, लेकिन ईवीएम ने सबको जवाब दे दिया। मोदी का इशारा उन विपक्षी पार्टियों की तरफ था जो हर चुनाव के बाद ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हैं। इस बार भी चुनाव के दौरान कई विपक्षी नेताओं ने ईवीएम को लेकर शिकायत की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि विपक्ष ने चुनाव आयोग के काम में बाधा डालने की कोशिश की। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया। उन्होंने कहा, “ये लोग सुप्रीम कोर्ट का सहारा लेकर चुनाव में रुकावट डालने की कोशिश में थे। चुनाव के पीक ऑवर्स में कोशिश हुई कि संवैधानिक संस्था पर इतने आरोप लगाएं कि बाद में परिणाम पर सवाल उठा सकें।”
मोदी ने यह भी कहा कि यह केवल ईवीएम तक सीमित नहीं है, बल्कि यूपीआई और आधार जैसी प्रगतिशील तकनीकों पर भी ऐसे ही सवाल उठाए गए। उन्होंने कहा, कि ये लोग आधार को रोकने के लिए भी लोग सुप्रीम कोर्ट में गए। ये प्रगति के विरोधी है। इंडी अलायंस के लोग आधुनिकता के विरोधी हैं। जब भी कुछ नया किया जाता है इंडी गठबंधन के लोग उसका विरोध करते हैं।
प्रधानमंत्री ने दुनिया में भारत की लोकतांत्रिक छवि को बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा कि एक तरफ मैं दुनिया भर में ढोल पीट रहा हूं कि हम मदर ऑफ डेमोक्रेसी हैं। वहीं दूसरी ओर ये कह रहे हैं कि यहां डेमोक्रेसी ही नहीं है। मोदी बैठ गया है। चाय बेचने वाला यहां तक कैसे पहुंचा गया। जरूर कुछ न कुछ गड़बड़ की होगी, इसलिए यहां तक पहुंचा है।
हम ना कभी हारे थे और ना ही हारेंगे
अपने भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी ने एनएडीए के सभी नव निर्वाचित सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि हम ना तो कभी हारे थे ओर ना ही कभी हारेंगे। हमारे संस्कार ऐसे नहीं है कि हम जीत का उन्माद नहीं पालते और ना ही पराजित लोगों का मजाक उड़ाते हैं। हारे हुए लोगों का मजाक उड़ाने की विकृति हममें नहीं है।
मोदी ने कहा कि 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाएगी। अगर हम 2014, 2019 और 2024 के चुनावों को मिला दें।तो कांग्रेस को इस चुनाव में उतनी सीटें भी नहीं मिलीं, जितनी भाजपा को मिलीं। मैं साफ तौर पर देख सकता हूं कि इंडी अलायंस के लोग पहले धीरे-धीरे डूब रहे थे अब वे और तेज गति से डूबने वाले हैं।