नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक तस्वीर साझा की। इस तस्वीर में पीएम मोदी और सर्वोच्च न्यायलय के चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ एक साथ नजर आ रहे है। बुधवार को पीएम मोदी और CJI चंद्रचूड़ गणेश चर्तुथी के अवसर पर भगवान गणेश की पूजा, आरती कर रहे है। लेकिन इसे लेकर भारी विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, बुधवार को CJII चंद्रचूड़ के घर पर पीएम मोदी गणेश पूजा में शामिल होने पहुंचे थे। पीएम मोदी ने पारंपरिक महाराष्ट्रियन टोपी भी पहनी हुई थी।
सीजेआई के घर पीएम के जाने पर सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने हैरानी जताई है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘हैरत होती है कि सीजेआई चंद्रचूड़ ने मोदी को निजी मुलाकात के लिए अपने आवास पर आने की अनुमति दी। इससे न्यायपालिका को बहुत बुरा संकेत मिलता है, जिस पर नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है कि सरकार संविधान के दायरे में काम करे। इसलिए कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच एक दूरी होनी चाहिए।’ उन्होंने दूसरी पोस्ट में जजों के लिए आचार संहिता का जिक्र कर कहते हैं कि इसका उल्लंघन हुआ है। उन्होंने लिखा, ‘न्यायाधीशों के लिए आचार संहिता: एक न्यायाधीश को अपने पद की गरिमा के अनुरूप एक हद तक दूरी बरतनी चाहिए। वो ऐसा कोई कार्य या चूक नहीं करे जो उसके उच्च पद और उस पद के प्रति सार्वजनिक सम्मान के प्रतिकूल हो। आचार संहिता का उल्लंघन।’