नई दिल्ली। PM Narendra Modi गुरुवार देर रात संयुक्त राज्य अमीरात की राजधानी दुबई पहुंचे। भारतीय समुदाय ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री के दुबई आने की खुशी में लोगों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि कॉप-28 वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट के लिए पीएम मोदी यूएई पहुंचे। हवाईअड्डे पर संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री और आंतरिक मंत्री शेख सैफ बिन जायद अल नाहयान ने स्वागत किया। वे प्रधानमंत्री वैश्विक नेताओं के साथ बैठकें करेंगे और जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से विशेष कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
इसके अलावा 3 अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय के सेक्रेटरी विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि PM मोदी UAE के साथ ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम से जुड़े एक कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
इसके बाद स्वीडन के साथ एनर्जी ट्रांजिशन ग्रुप LeadIT 2.0 के लॉन्च करेंगे। मोदी ट्रांसफॉर्मिंग क्लाइमेट फाइनैंस इंवेट में भी शामिल होंगे। क्वात्रा ने कहा- PM मोदी वर्ल्ड लीडर्स के साथ मुलाकात करेंगे और कुछ नेताओें के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।
बोहरा समुदाय ने जताई खुशी
भारतीय समुदाय के साथ-साथ बोहरा समाज भी पीएम मोदी की यात्रा से खुश है। दाऊदी बोहरा समुदाय के सदस्य डॉ. मुस्तफा ताहिर कहते हैं कि जब प्रधानमंत्री यहां आ रहे हैं, ऐसे में यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। पीएम मोदी हमें परिवार की तरह मानते हैं। भारत के प्रधानमंत्री यहां कॉप-28 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। पीएम मोदी के नेतृत्व में आज भारतीयों का पूरे विश्व में गौरव बढ़ रहा है। भारत की ख्याति हो रही है।
बैठक का एजेंडा- कार्बन एमिशन कम करना
COP28 क्लाइमेट समिट 12 दिसंबर तक चलेगी। इसमें PM मोदी के अलावा किंग चार्ल्स, ऋषि सुनक, कमल हैरिस समेत दुनियाभर के 167 नेता क्लाइमेट चेंज (जलवायु परिवर्तन) और इसके समाधान के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। पिछले कुछ सालों में क्लाइमेट चेंज पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। इस बैठक का फोकस फॉसिल फ्यूल और कार्बन एमिशन (उत्सर्जन) पर लगाम लगाना है।
तीसरी बार क्लाइमेट समिट का हिस्सा बने PM मोदी
PM मोदी तीसरी बार जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। इससे पहले PM मोदी ने 2021 में ग्लासगो में हुए COP26 सम्मेलन में हिस्सा लिया था। तब उन्होंने क्लाइमेट चेंज से निपटने के लिए पंचामृत नीति और मिशन लाइफस्टाइल फॉर एन्वायर्नमेंट (LiFE) की घोषणा की थी।
PM मोदी 2015 में पेरिस में हुई COP21 में भी शामिल हुए थे। इस दौरान 190 से ज्यादा देशों ने पेरिस समझौते पर सहमति जताई थी। इस समझौते के तहत बढ़ते ग्लोबल टेम्प्रेचर को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने की बात हुई थी। इसका मकसद ग्लोबल वॉर्मिंग कम करना था।
अब COP28 में तय किया जाएगा कि किस देश को कितना मुआवजा औऱ किस आधार पर मिलेगा। कौन-कौन से देश मुआवजा देंगे, इसका फैसला भी होगा।
PM मोदी का छठा UAE दौरा
PM बनने के बाद मोदी का ये छठा UAE दौरा है। पहले कार्यकाल में वो अगस्त 2015 में यहां आए थे। उन्होंने 2018 और 2019 में भी UAE का दौरा किया था। 2019 में UAE सरकार ने मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जाएद’ से नवाजा था। इसके बाद मोदी जून 2022 और जुलाई 2023 में दुबई गए थे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भी इस सम्मान से नवाजा जा चुका है। UAE में करीब 33 लाख भारतीय रहते हैं। यह देश की कुल जनसंख्या का 30% है और भारतीयों की तादाद यहां किसी भी दूसरे देश की तुलना में सबसे ज्यादा है। वहीं, रूस, सऊदी अरब और इराक के बाद UAE भारत का चौथा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है।