रायपुर। Raipur : त्रिदेवों में से एक माने जाने वाले भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना सावन आज से शुरू हो चुका है। इस बार लोगों में हर बार की तरह सवान को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। राजधानी रायपुर भोर से ही शिव मय हो चुका है। प्राचीन मंदिरों में शुमार महादेव घाट स्थित हटकेश्वर महादेव मंदिर में सुबह 5 बजे से लोगों का तांता देखने को मिल रहा है।
Raipur : मंदिर में आज सावन के पश्चात विशेष पूजा अर्चना की गई है। आम दिनों में भी लोग यहां पूजा करने के लिए पहुंचा करते थे। वहीं सावन ने श्रद्धालओं को महादेव के पास खीच लाया। मंदिर में भक्त अपनी मनोकामना लेकर आते है जो मान्यता अनुसार, नंदी के कानों में बताई गई मनोकामना जरुरी पूरी होती है।
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मंदिर का इतिहास
रायपुर के खारुन नदी तट पर ऐतिहासिक हटकेश्वर नाथ मंदिर है।बताया जाता है कि 1402 ई में कल्चुरी राजा रामचंद्र के पुत्र ब्रह्मदेव राय के शासन काल में हाजीराज नाइक ने मंदिर का निर्माण कराया था। हरिद्वार के लक्ष्मण झूला की तर्ज पर दो साल पहले खारुन नदी के उपर सड़क रूपी झूला बनाया गया है। जबसे यह झूला बना है। तबसे यहां सैलानियों की संख्या कई गुणा बढ़ चुकी है।
सावन महीने का महत्व
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, सावन का महीना पांचवां महीना होता है। आषाढ़ के बाद श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से सावन के पवित्र महीना की शुरुआत हो जाती है। इस माह को श्रावण के नाम से भी जाना जाता है। श्रावण का महीना भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना होता है।
भगवान शिव को सावन महीना प्रिय होने की पीछे एक कहानी है। सावन के महीने ही मां पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था जिससे भगवान शिव प्रसन्न होकर मां पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।
विभिन्न कार्यकम होंगे आयोजित
सावन के महीने में सोमवार व्रत, मासिक शिवरात्रि और कावड़ यात्रा का विशेष रूप से महत्व होता है। भक्त मंदिर पहुंचकर शिवलिंग का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते है। सावन महीने में हर दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की मनोकामना जरूर पूरी होती है।