Raipur Unipole Scam : यूनिपोल घोटाले को लेकर बैठक आज, नगरीय प्रशासन संचालनालय और निगम की जांच टीम सौंपेगी रिपोर्ट

Spread the love

रायपुर। Raipur Unipole Scam : राजधानी रायपुर में हुए मिनी यूनिपोल घोटाले का मुद्दा काफी लम्बे समय से गरमाया हुआ हैं। अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा हैं कि जल्द ही इस मामले लिप्त कर्मचारियों के नाम का खुलासा हो सकता हैं। दरअसल नियम व शर्तों का उल्लंघन करके शहर के डिवाइडर्स पर लगे मिनी यूनिपोल से नगर निगम को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। शुरुआती दौर में महापौर ने इस पर तकरीबन 27 करोड़ नुकसान का दावा किया था, लेकिन अब इस मामले में समिति के सदस्य और स्वयं महापौर भी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

घोटाले का खुलासा होने के बाद नगरीय प्रशासन विभाग के साथ ही निगम की मेयर इन काउंसिल (एमआईसी) का गठन किया था। इसके डेढ़ महीने बाद भी मामले पर निर्णय नहीं हो पाया, जबकि नियम व शर्तों का उल्लंघन कर यूनिपोल की एजेंसी ग्रेसफुल मीडिया और व्यापक द्वारा अभी उन्हीं पोल पर विज्ञापन लगाया जा रहा है।

Read More : Raipur Unipole Scam : यूनिपोल मामले के दोषियों पर होगी कार्यवाही, चार-पांच दिनों में गिर सकती है गाज

 

आज होगी बैठक
इस मामले पर महापौर एजाज ढेबर व निगम समिति की 13 जून को प्रस्तावित बैठक स्थगित हो गई। महापौर ने बताया कि मंगलवार को होने वाली इस बैठक में राज्य जांच समिति की ओर से आशीष टिकरिहा एवं उनकी टीम को भी बुलाया गया था। वे किसी कार्यवश बाहर थे। इस लिए जांच समिति बैठक की बैठक आज यानी 14 जून को निगम मुख्यालय भवन में होगी।

नगरीय प्रशासन विभाग की समिति सौपेगी रिपोर्ट
बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग की समिति की रिपोर्ट के साथ निगम जांच समिति की रिपोर्ट पर चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा। महापौर ने कहा कि 15 जून को निगम की एमआईसी बैठक प्रस्तावित है, इससे पहले मामले को निपटाया जाएगा। निगम की एमआईसी समिति में मिनी यूनिपोल घोटाले की जांच के लिए 17 बिंदु तय किए गए थे और समिति में अपर आयुक्त अभिषेक अग्रवाल, सुनील चंद्रवंशी के अलावा एमआईसी सदस्य श्रीकुमार मेनन, ज्ञानेश शर्मा, श्रीमती अंजनी विभार और सहदेव व्यवहार को शामिल किया गया था। समिति में से श्री चंद्रवंशी का तबादला कर दिया गया। इसके चलते अब समिति के अध्यक्ष्य ढेबर के आलावा सिर्फ 5 सदस्य ही रह गए हैं।


Spread the love