रायपुर : हिन्दू धर्म के विशेष रामनवमी पर्व को आज देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रतिवर्ष\ चैत्र नवरात्रि में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि को भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। यह चैत्र नवरात्रि का आखिरी दिन होता है। इस दिन से ही चैत्र नवरात्रि का समापन होता है। इस दिन मां सिद्धिदात्री, भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी की पूजा करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन के सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिलती है।
महामाया मंदिर के पुजारी पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि, “नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तक नवरात्रि पर्व मनाई जाती है। नवरात्रि पर्व के दौरान नवमी तिथि विशेष महत्व रखता है। कुंवार नवरात्रि में इसे महानवमी के नाम से जाना जाता है और चैत्र नवरात्रि में इसे रामनवमी के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों तक शक्ति की आराधना से पारब्रह्म परमेश्वर से साक्षात्कार होता है।”
कहा कि “नवमी तिथि के दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था, इसलिए आज के दिन को रामनवमी के रूप में मनाई जाती है। रामनवमी के इस पर्व को भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मनाया जाता है। नवरात्रि पर्व की अंतिम तिथि नवमी तिथि कहलाती है। नवरात्र के अंतिम और आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा आराधना का दिन होता है।”