मुंबई। देश के दिग्गज उद्योगपति और टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा का वर्ली स्थित श्मशान पर अंतिम संस्कार किया गया। रतन टाटा पंचतत्व में विलीन हो गए हैं।बता दे कि रतन टाटा ने मुंबई के कैंडी अस्पताल में कल रात 11:30 बजे दुनिया को लकविदा कह दिया। वे 86 वर्ष के थे।
#WATCH दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा है। pic.twitter.com/LIeNnZCyD4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2024
उनके अंतिम दर्शन में लोगों का हुजूम देखने को मिला। वहीं वर्ली के श्मशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज नेता, अभिनेता और बिजनेसमैन मौजूद रहे।
#WATCH मुंबई, महाराष्ट्र: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा को वर्ली श्मशान घाट पर श्रद्धांजलि दी। pic.twitter.com/kZZUXxlvY2
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दुनिया के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में शामिल रतन टाटा अपनी शालीनता और सादगी के लिए मशहूर रहे लेकिन वह कभी अरबपतियों की किसी सूची में नजर नहीं आए। वह 30 से ज्यादा कंपनियों के कर्ताधर्ता थे जो छह महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में फैली हैं।
सरल व्यक्तितत्व के धनी टाटा एक कॉरपोरेट दिग्गज थे, वहीं अपनी शालीनता और ईमानदारी के बूते वह एक संत की तरह जिए। टाटा ने कभी शादी नहीं की। हालांकि, चार बार ऐसा हुआ जब उनकी शादी होने वाली थी। एक बार ऐसा तब हुआ जब वह अमेरिका में थे। उनके निधन से टाटा ट्रस्ट्स के शीर्ष पद पर एक खालीपन आ गया है, जिसके पास समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस का 66 प्रतिशत हिस्सा है। रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को उनके उत्तराधिकारी के रूप में एक मजबूत दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है।