रायपुर। Suspended : छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के दौर में भ्रष्टाचार करने वाले चिकित्सा शिक्षा विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ निर्मल वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल, एडिशनल डायरेक्टर ने कोरोनाकाल में 2 करोड़ 65 लाख रुपए की खरीदी में घोटाला किया। वर्तमान में निर्मल वर्मा जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में पीएसएम विभाग के एचओडी हैं।
कोरोना के दौरान अप्रैल 2020 में डॉ निर्मल वर्मा को वित्तीय अधिकार दिया गया था। तत्कालीन DME डॉ. एसएस आदिले को रिटायर होने के बाद संविदा में एक्सटेंशन दिया गया था। संविदा अधिकारी होने के चलते डीएमई को वित्तीय अधिकार नहीं था। जिसके चलते ये शक्ति डॉ. वर्मा को दी गई थी। कोरोना की लहर में सभी मेडिकल कॉलेज में वायरोलॉजी लैब के लिए किट से लेकर पीपीई किट, मास्क और उपकरणों की खरीदी की गई थी। जिसमें जमकर धांधली की गई।
शासन के नियमानुसार एक लाख से ज्यादा की खरीदी के लिए टेंडर की जाती है। लेकिन डॉक्टर वर्मा ने तब वित्तीय अधिकार होने का दुरुपयोग करते दो करोड़ 65 लाख 29 हजार 296 रुपए के क्रय आदेश कोटेशन के आधार पर कर लिया। इस मामले में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने जांच की। जांच रिपोर्ट में घोर वित्तीय अनियमितता पाई गई। डॉक्टर वर्मा के खिलाफ कार्यवाही की अनुशंसा 6 सितंबर 2022 को की गई थी। लेकिन मामले पर डेढ़ साल तक कुछ नहीं हुआ। विधानसभा के ग्रीष्मकालीन सत्र में मार्च में विधानसभा में मामला उठने पर शासन ने डॉक्टर वर्मा को आरोप पत्र दिया।