सूरजपुर। आजादी के 75 बरस बाद भी सूरजपुर में मूलभूत सुविधा का आभाव है। चांदनी बिहारपुर के कई गांव ऐसे जहाँ के लोग कई किलोमीटर चल कर नदी से पानी पीने को मजबूर है। चांदनी बिहारपुर के तेलईपाठ के 25 पंड़ो परिवार गांव छोड़कर बलियरी 10 सालों से पहाड़ से नीचे सड़क किनारे जंगल के किनारे रह रहें हैं, ताकि बुनियादी सुविधाएं पहुंचा सकें। लेकिन यहां पंडो जनजाति के इन लोगों को कुछ लाभ नहीं मिल रहा है। तो वहीं ये लोग रेडिया नदी का पानी निकालकर उसे पी रहे हैं। सुबह शाम पंडो जनजाति के महिला-पुरुष पानी के लिए मशक्कत करते हैं। इसके बाद भी साफ पानी नहीं मिल पा रहा है।
ये लोग 2013 में सड़क किनारे बस गए हैं और अब यहीं खेती बाड़ी करते हैं। यहां से राशन दुकान की दूरी 4 किमी है, मूल सुविधा को लेकर इसकी शिकायत अफसरों से हुई, लेकिन अब तक कुछ नही मिला। पंडो जनजाति के इन लोगों का मांग है कि उनके नवीन बस्ती में एक हैण्डपंप खनन करा दिया जाए। जब हमने इनकी दिक्कतों को प्रशासन तक पहुंचाया तो जिला पंचायत के सीईओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल पीएचई विभाग को वहां पहुंचकर व्यवस्था बनाने की बात कही है। साथ ही उन्हें सूचना करने को कहा है कि वहां पर क्या अच्छा व्यवस्था किया जा सकता है।