Ujjain : उज्जैन में बीते शाम तेज आंधी के कारण महाकाल लोक कॉरिडोर में स्थापित कई मूर्तियां गिर कर टूट गईं। 7 महीने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया था। इस परियोजना की कुल लागत 856 करोड़ रुपये है जिसमें पहले चरण 351 करोड़ रुपये में पूरा हुआ। अब टूटी हुई मूर्तियों पर सियासत शुरू हो गई है।
कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी।
तेज हवाओं के कारण कई मूर्तियों के हाथ और सिर टूट गए। रविवार होने के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकाल लोक पहुंचे हुए थे। हालांकि, राहत की बात यह है कि इतने नुकसान के बाद भी किसी श्रद्धालु को चोट नहीं आई। 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं। इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है।