नई दिल्ली। ChatGpt Solves Medical Mystery : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने दुनियाभर में लोगों को हैरान किया। इस बार इसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने जान बचाने में मदद की है। दरअसल अमेरिका के 4 वर्षीय एलेक्स एक विरले न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के चलते काफी पीड़ा सहना पड़ रहा था। एलेक्स के परिजन उसे लेकर कई डॉक्टर्स के पास गए, लेकिन कोई भी सही इलाज नहीं कर पा रहा था। 3 साल तक 17 डॉक्टरों ने उसका इलाज किया लेकिन कोई भी बीमारी का सही निदान नहीं कर पाया। एलेक्स कष्ट से तड़प रहा था और उसके शरीर के दोनों हिस्सों में असंतुलन था।
जिससे ना केवल एलेक्स बल्कि ऐसी हालत देख उसकी मां भी सहन नहीं कर पा रही थी। जिसके बाद एलेक्स की मां ने चैट जीपीटी की मदद ली। उसने AI चैट जीपीटी पर एलेक्स की एमआरआई रिपोर्ट्स फीड की, तो चैट जीपीटी ने सही बीमारी की पहचान ‘टेथर्ड कॉर्ड सिंड्रोम’ के रूप में की। इसके बाद एक न्यूरोसर्जन ने एलेक्स की सर्जरी की और अब वह पूरी तरह से ठीक हो रहा है। यह घटना एआई की मेडिकल फील्ड में बढ़ती भूमिका को दर्शाती है।
एआई हो रहा मेडिकल क्षेत्र में मददगार साबित
मिली जानकारी अनुसार, ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बीमारियों के कारण पता लगाने के लिए मददगार साबित हो रही है। ब्रिटेन के एक सरकारी एजेंसी नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर रिसर्च ने यह रिपोर्ट तैयार की है।
वहीं स्तन कैंसर की जांच में भी एआई ने रेडियोलॉजिस्ट का काम आसान कर दिया है। एनआईएचआर की वरिष्ठ रिसर्च फेलो डॉ. जेमा क्विंट ने कहा कि एआई पर भरोसा दिखाने का समय आ गया है। एआई आंखों की बीमारियों का भी पहले से पता लगा सकता है। यह रिपोर्ट एआई की बढ़ती क्षमताओं को दर्शाती है और भविष्य में मेडिकल क्षेत्र में एआई की भूमिका और बढ़ेगी।