रायपुर। छत्तीसगढ़ एसीबी ने आज चार जिलों में रिश्वतखोरी मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ACB की टीम ने गुरुवार को महासमुंद, रायगढ़, जीपीएम और कबीरधाम जिले में रेड कर रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। जहां पहली कार्रवाई महासमुंद में उप पंजीयक सरायपाली को रजिस्ट्री के नाम पर 26 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
सरायपाली के ग्राम बड़े पंधी के निवासी भूपेंद्र पटेल ने ACB, रायपुर में शिकायत की थी कि उनके पिता टीकाराम पटेल द्वारा दान पत्र के माध्यम से प्रार्थी की पत्नी योगिता पटेल के नाम पर लगभग 5 एकड़ जमीन करना चाहते थे। कार्यालय उप पंजीयक में सारी प्रकिया होने के बाद उप पंजीयक लिली पुष्पलता बैग द्वारा जमीन के दस्तावेज में हस्ताक्षर कर रिकार्ड में चढ़ाने के लिये प्रार्थी से 35,000 रु० रिश्वत की मांग की गई थी।
निवेदन के बाद आरोपी 26,000 हजार रुपए लेने के लिए तैयार हो गई। लेकिन प्रार्थी रिश्वत देना नहीं बल्कि आरोपी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। जिसके बाद 12 सितंबर को ट्रेप आयोजित कर आरोपी लिली पुष्पलता बैग और सहयोगी शत्रुगण ताड़ी को प्रार्थी से 26,000 रुपए की रिश्वत लेने रंगे हाथों पकड़ा गया।
उल्लेखनीय है कि लिली पुष्पलता बेग के विरूद्ध ब्यूरो में पूर्व में भी पद के दुरूपयोग का मामला जिसमें शासकीय पंजीयन राशि में हेरफेर कर केता को लाभ पहुंचाने के लिये अपराध कमांक 04/2018 बारा 7, 13 (1) (डी), 13(2) के तहत अपराध दर्ज कर चालान की कार्यवाही की गई थी। मामला वर्तमान में न्यायालय में विचारणाधीन है।
ACB की दूसरी कार्रवाई
ACB की टीम ने आज रायगढ़ जिले में भी रिश्वतखोर कर्मचारी के खिलाफ एक्शन लिया। दरअसल, ACB के बिलासपुर कार्यलय में प्रार्थी ओमेंद्र सिंह चौहान, जो पेशे से शिक्षक है, द्वारा शिकायत की गई थी कि सकी पत्नी के सिर के ऑपरेशन के इलाज का लगभग 04 लाख रूपये का मेडिकल बिल पिछले 3 महिने से अधिक समय से लंबित था जिसे पारित कराने हेतु ओमप्रकाश नवरतन, सहायक श्रेणी-02, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला, खम्हार, जिला रायगढ़ द्वारा प्रार्थी से 25,000 रुपए रिश्वत की मांग की गई थी।
प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन के पश्चात् आज दिनांक 12.09.2024 को ट्रेप आयोजित कर आरोपी ओमप्रकाश नवरतन को प्रार्थी से 25,000 रु० रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया ।
रिश्वतखोर लोकपाल गिरफ्तार
तीसरा मामला जनपद पंचायत पेण्ड्रा से सामने आया। जहां ACB की टीम ने रिश्वतखोर लोकपाल को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ACB, बिलासपुर में प्रार्थी रोशन सराफ ने शिकायत की थी कि उसके विरूद्ध तालाब खुदाई के मामले की जाच पेण्ड्रा जनपद पंचायत के लोकपाल वेद पाण्डेय द्वारा की जा रही थी। मामले में जांच पूरी कर नस्तीबद्ध करने हेतु वेद पाण्डेय द्वारा प्रार्थी से 25,000 रिश्वत की मांग की गई थी।
प्रार्थी रिश्यत नहीं देना चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन के पश्चात् आज ट्रेप आयोजित कर आरोपी वेद पाण्डेय को प्रार्थी से 25,000 रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। पूर्व में आरोपी बर्खास्त भी हो चुका है।
आज ACB की टीम चौथी कार्रवाई करने कबीरधाम जिला पहुंची। यहां टीम ने बोडला जनपद पंचायत के सहायक लेखाधिकारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। ग्राम कुकरापानी निवासी मोती बैगा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो के रायपुर कार्यालय में शिकायत की थी कि उसकी पत्नी ग्राम पंचायत, कुकरापानी की सरपंच है। शासन द्वारा उसके ग्राम पंचायत को आगनबाडी भवन कार्य के लिये 11.69 लाख रूपए स्वीकृत किये गये थे। स्वीकृत धनराशि का आहरण जनपद पंचायत बोडला कार्यालय से होना था, लगभग 05.84 लाख रूपए ग्राम पंचायत को जारी भी कर दिये गये थे। परन्तु कार्यालय के सहायक लेखाधिकारी नरेन्द्र कुमार राउतकर द्वारा अगली किश्त जारी करने हेतु 01 लाख रूपए रिश्वत की मांग की गई थी।
प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन के पश्चात आज 12 सितम्बर को ट्रेप आयोजित कर आरोपी नरेन्द्र कुमार राउतकर को प्रार्थी से 1 लाख रूपए रू० रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।
इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।