दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा का जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां सिविल सर्जन कार्यालय से वित्तीय लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां सिविल सर्जन की चेक बुक के 7 ब्लेंक चेक के पन्ने गायब हो गये। इसी से 66 लाख रुपये अलग- अलग दुकानों में फर्जी तरीके से पूर्व बाबू ने चेक चोरी कर ट्रांजेक्शन कर राशि निकाल ली थी। इसके बाद प्रशासन ने इस मामले में 4 सदस्यीय जांच टीम गठित कर मामले की जांच की। जिसमें बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। अबतक की जांच में सिविल सर्जन रामलाल गंगेश की लापरवाही सामने आ रही है।
दंतेवाड़ा के सरताज ग्लास को एक 15.52 लाख का चेक, सौरभ ट्रेडर्स हार्डवेयर को 17 लाख रुपये, एम ब्रदर्स हार्डवेयर को 4 लाख के चेक और आयुष इलेक्ट्रिकल्स आवाराभांटा को 2 लाख के चेक जारी हुआ है। साथ ही 16 लाख रुपये टीडीएस की राशि रायपुर की एक फर्म को भुगतान किया गया है। वहीं 8.50 लाख रुपये एक अन्य के खाते में ट्रांसफर किए गए है। इन सभी फर्म्स पर जांच की जाएगी।