रायपुर। दो दिवसीय कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य में चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री के तीखे तेवर देखने को मिले। कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कई कलेक्टरों को जमकर फटकार भी लगाई।
पंचायत विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री बस्तर कलेक्टर पर नाराज हो गए। दरअसल मनरेगा में मानव दिवस की सृजन कम होने पर मुख्यमंत्री ने बस्तर कलेक्टर पर नाराजगी जताई। उन्होंने कलेक्टरों को ध्यान देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया- अमृत सरोवर योजना को जन अभियान का स्वरूप दें। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हमें भारत सरकार से अधिक मात्रा में आवास प्राप्त हुये हैं। जिले विशेष ध्यान देकर पूर्णता सुनिश्चित कराएं। प्रधानमंत्री आवास योजना हमारी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। 15 सितम्बर को प्रधानमंत्री जी द्वारा पहली किश्त जारी करेंगे। सभी कलेक्टर प्रधानमंत्री आवास योजना पर विशेष ध्यान दें।
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प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल विकास योजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री कुछ जिलों की शून्य प्रगति पर नाराजगी जताई। खैरागढ़, सारंगढ़, सकती, रायगढ़ जिलों की शून्य प्रगति पर मुख्यमंत्री नाराज हुए। मुख्यमंत्री ने कहा ये आंकड़े चिंताजनक कलेक्टर्स ध्यान दें।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सूपेबेड़ा में किडनी रोगियों पर चिंता जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि किडनी के मरीजों की संख्या घटाने तेजी से कार्य करें। जरूरत पड़े तो दिल्ली से विशेषज्ञ बुलाकर काम करें। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम का रोगियों को मिले लाभ।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री के निर्देश। पोषण पुनर्वास केंद्र, खैरागढ़ में बेड ऑक्यूपेंसी और क्योर रेट जीरो होने पर मुख्यमंत्री ने जताई नाराज़गी। सभी जिले आयुष्मान पंजीयन आगामी 6 माह में शत प्रतिशत करें। पीएम जनऔषधि के जो केंद्र संचालित नहीं हैं उन्हें शुरू करें। ये सुनिश्चित करें कि मरीजों को जनऔषधि केंद्र स्पष्ट रूप से दिखें। डायलिसिस की सुविधा हर ज़िले में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने टीबी उन्मूलन के तहत किये जा रहे कार्यों की ली जानकारी। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में रायपुर और बिलासपुर का अच्छा प्रदर्शन। मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों की सराहना की। अन्य जिले भी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में तेजी लाएं।
शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ जिलों में साइकिल वितरण में देरी पर अपनी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में पूछा कि सुकमा, बलरामपुर में अब तक साइकिल वितरण क्यों नहीं हुआ। ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सत्र शुरू होते ही साइकिल वितरण होना चाहिए।