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Defamation Case : मेनका गांधी को इस्कॉन ने भेजा 100 करोड़ का मानहानि नोटिस, गायों को लेकर लगाया था ये गंभीर आरोप

September 29, 2023 | by livekhabar24x7.com

नई दिल्ली। Defamation Case : भाजपा संसद मेनका गांधी को आज इस्कॉन ने 100 करोड़ का नोटिस भेज दिया है। सोशल मीडिया पर मेनका का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें वह यह कहते नजर आ रही है कि इस्कॉन अपनी गौशाला की गायों को कसाइयों को बेचता है। भारत में इस समय सबसे बड़ा धोखेबाज इस्कॉन है।

इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा, इस्कॉन के खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। हमने आरोप लगाने को लेकर मेनका गांधी को नोटिस भेजा है। मेनका के आरोपों से इस्कॉन के भक्त, समर्थक और शुभचिंतक बहुत दुखी हैं। मेनका के आरोप दुर्भावनापूर्ण हैं।

इस्कॉन ने गौशालाएं स्थापित कीं, जिन्हें चलाने के लिए उन्हें सरकार की तरफ से अनगिनत फायदे मिलते हैं। उन्हें बड़ी जमीनें मिलती हैं। इसके बावजूद जो गाय दूध नहीं देतीं, उन्हें वे कसाइयों के हवाले कर देते हैं। इनकी गौशालाओं में एक भी बछड़ा और एक भी सूखी (बूढ़ी) गाय नहीं है। मेनका ने ये बातें एक यूट्यूबर को दिए इंटरव्यू में कही थीं।

मेनका ने ये भी कहा- मैं आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में इस्कॉन की एक गौशाला में गई थी। गौशाला में एक भी गाय ऐसी नहीं मिली, जो दूध ना देती हो, ना ही कोई बछड़ा मिला। इसका मतलब साफ है कि वो लोग (इस्कॉन) दूध ना देने वाली गायों और बछड़ों को बेच देते हैं।

आगे कहा इस्कॉन गायों को कसाइयों को बेच रहा है। कोई और ऐसा नहीं करता, जितना वे करते हैं। वे सड़कों पर ‘हरे राम हरे कृष्ण’ गाते हैं। फिर कहते हैं कि उनका पूरा जीवन दूध पर निर्भर है। शायद, किसी ने भी कसाइयों को उतने मवेशी नहीं बेचे, जितने इस्कॉन ने बेचे। अगर ये लोग ऐसा कर सकते हैं तो और लोगों से क्या उम्मीद कर सकते हैं?

मेनका के आरोपों को बताया झूठा

इस्कॉन ने मेनका गांधी के आरोपों का खंडन किया। इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने कहा- मेनका गांधी आंध्र प्रदेश के अनंतपुर की गौशाला के बारे में कह रही हैं, वहां 250 से ज्यादा ऐसी गायें हैं, जो दूध नहीं देतीं। वहां सैकड़ों बछड़े भी हैं। उनके आरोप झूठे और निराधार हैं।

युधिष्ठिर ने ये भी कहा कि इस्कॉन ना केवल भारत, बल्कि दुनियाभर में गाय-बैल की रक्षा और देखभाल में सबसे आगे रहा है। हमारे यहां गायों और बैलों की जीवनभर सेवा की जाती है, ना कि उन्हें कसाइयों को बेचा जाता है, जैसा कि आरोप लगाया गया है। इस्कॉन ने सफाई में एक लैटर भी जारी किया।

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