अधेड़ ने 48 घंटे तक की पूजा, जब मां काली नहीं हुई प्रकट तो चढ़ा दी खुद की बलि

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LIvekhabhar | Chhattisgarh News

रायपुर। राजधानी रायपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक अधेड़ ने नवरात्री के पर्व पर देवता के सामने ही अपनी गर्दन काटकर खुद की बलि दे दी। घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि अधेड़ ने मां काली को प्रसन्न करने के लिए धारदार कैंची से खुद की गर्दन काटकर बलि चढ़ा दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पूरा मामला तिल्दा थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, तिल्दा ब्लॉक के निनवा गांव में 55 वर्षीय भुनेश्वर यादव ने अपने घर के अंदर देवस्थान में दी बलि। भुनेश्वर यादव ने धारदार कैंची से अपनी गर्दन काटकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद देवस्थान वाला कमरा खून से लथपथ हो गया। वहीं घटना स्थल से मिले सबूतों और तथ्यों के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

इस घटना के संबंध में पुलिस ने परिजनों के बयान के बाद मर्ग दर्ज किया है। परिजनों के मुताबिक भुनेश्वर मातारानी का भक्त था और नवरात्रि के पहले दिन उसने घर में मां काली का दरबार सजाकर अखंड पूजा शुरू की थी। उसने लगातार 48 घंटे का पूजन किया। बावजूद इसके, जब मां काली प्रकट नहीं हुई तो भुनेश्वर ने कैंची उठाया और अपना गला काटकर माता को भेंट करने की कोशिश की।

लेकिन, कैंची से वार करते ही माता के दरबार के सामने पूरा कमरा खून से लथपथ हो गया। उसकी चीख सुनकर परिवार के लोग दौड़ कर आए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। आनन फानन में घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर शव का पंचनामा कराया।

 


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